राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआइए) ने रविवार सुबह हिरासत में लिए गए दोनों संदिग्धों को लंबी पूछताछ के बाद रविवार देर रात छोड़ दिया। एजेंसी ने दोनों को धारा 160 का नोटिस देकर छोड़ा है। इसके तहत अब उन्हें आठ अगस्त को दिल्ली में हाजिरी देनी होगी। बता दें भोपाल एवं रायसेन में छापामार कार्रवाई की गई थी।
इस दौरान भोपाल के गांधी नगर इलाके के अब्बास नगर से हाफिज अनस एवं शाहजहांनाबाद में ताजुल मसाजिद से जुबैर मंसूरी को हिरासत में लिया गया था। इनके पैतृक निवासों पर भी जांच की गई। एनआइए दिल्ली की टीम के लौट जाने के बाद प्रदेश की स्थानीय एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। केंद्रीय एजेंसी से मिली जानकारी और पूर्व के इनपुट के आधार पर कड़ियां मिलाने और संदिग्धों के संपर्कों की पड़ताल की जा रही है।
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लैपटाप, मोबाइल का बनाया क्लोन : गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि युवकों ने इंटरनेट मीडिया पर आइएसआइएस नाम से एक एकाउंट बनाया था। इसके चलते उनसे पूछताछ की गई। एनआइए ने दोनों के मोबाइल, लैपटाप के क्लोन तैयार किए हैं। इस मामले में छानबीन चल रही है। इस घटना के बाद राज्य की पुलिस भी अलर्ट मोड पर है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि राज्य में संदिग्ध किराएदारों की निगरानी की जाएगी। उन्होंने मकान मालिकों से भी अपील की है कि किसी संदिग्ध व्यक्ति को मकान या कमरा किराये पर न दें।