गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंद द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी की वजह से इस्लामी कट्टरपंथियों में काफी रोष देखने को मिल रहा है। इस टिप्पणी की वजह से उत्तर प्रदेश का सांप्रदायिक माहौल खासा खराब होता नजर आ रहा है।
दरअसल, पुजारी की टिप्पणी का विरोध करते हुए शुक्रवार देर रात नमाज के बाद बुलंदशहर में मुस्लिम समुदाय ने सड़कों पर उतर कर जमकर उपद्रव किया। उन्होंने जमकर नारेबाजी की और कई लोगों के द्वारा पथराव भी किया। पुलिस फ़ोर्स ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को काबू में किया।
इस घटना के बाद से पश्चिमी यूपी में हाई अलर्ट है। इसके साथ ही डासना मंदिर पर फोर्स की तैनाती की गई है।
बीते शुक्रवार को मुस्लिम युवकों के एक समूह ने डासना देवी मंदिर के बाहर अराजकता और अशांति फैलाई। गाजियाबाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और भीड़ को तितर-बितर किया।
मंदिर में घुसे तीन मुस्लिम
इसके पहले बीते गुरुवार को उत्तर प्रदेश पुलिस ने गाजियाबाद के पास डासना देवी मंदिर में हिंदू बनकर घुसने वाले तीन मुस्लिम युवकों को गिरफ्तार किया। उनकी पहचान राहुल, नानक और वजीर खान के रूप में हुई है और वे मथुरा जिले के रहने वाले हैं।
रिपोर्टों के अनुसार, तीनों ने हिंदू नामों का इस्तेमाल किया और पुजारी यति नरसिंहानंद के नेतृत्व वाले मंदिर में प्रवेश पाने के लिए रामलीला का हिस्सा होने का दावा किया।
मुसलमानों ने हिंदू नाम वाले आधार कार्ड का किया इस्तेमाल
कथित तौर पर आरोपियों ने मुस्लिम होने के बावजूद डासना देवी मंदिर में प्रवेश पाने के लिए हिंदू नाम वाले आधार कार्ड का इस्तेमाल किया।
मामले के बारे में बात करते हुए एसीपी लिपि नगायच ने बताया कि जांच के दौरान मंदिर में ड्यूटी पर मौजूद पुलिस ने पाया कि तीनों लोग हिंदू नामों वाले आधार कार्ड का इस्तेमाल कर रहे थे, जबकि वे मुस्लिम हैं। वे रामलीला में प्रदर्शन करने के लिए वहां पहुंचे थे।
आपको बता दें कि यति नरसिंहानंद को इस वर्ष 29 सितंबर को गाजियाबाद के हिंदू भवन में दिए गए उनके भाषण के कारण इस्लामवादियों द्वारा परेशान किया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, “…हजारों साल पहले जब रावण ने छोटी सी गलती की थी, तब भी हम उसका पुतला जलाते हैं। लेकिन अब तक ऐसे-ऐसे अपराधी पैदा हो गए हैं कि उनके सामने रावण का अस्तित्व ही फीका पड़ जाएगा। मैं इस मंच से सभी हिंदुओं से कहना चाहता हूं कि अगर आपको पुतला जलाना है तो मोहम्मद का पुतला जलाएं।”
डासना देवी मंदिर के मुख्य पुजारी का जीवन अब खतरे में है, क्योंकि इस्लामवादी उन्हें कथित ‘ईशनिंदा’ के आरोप में सिर कलम करने की धमकी दे रहे हैं।