पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित कोयला तस्करी मामले में सूबे की सत्तारूढ़ ममता सरकार के मंत्री जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के निशाने पर है। ईडी ममता सरकार के मंत्रियों पर लगातार शिकंजा कसते नजर आ रही है। हालांकि, मंत्री मलय घटक एक बार फिर ईडी के आदेश को दरकिनार करते नजर आए हैं। उन्होंने ईडी के समन को मानने से मना कर दिया है।
ईडी ने भेजा दूसरा समन
दरअसल, ईडी के समन के बाद मंत्री मलय घटक ने एक बार फिर पूछ्ताछ के लिए दिल्ली आने से मना कर दिया है। इस महीने का यह दूसरा समन है जिसका जवाब उन्होंने यह कहते हुए दिया है कि वह पूछताछ के लिए दिल्ली में हाजिर नहीं होंगे।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों को उन्होंने सूचित किया है कि वह दिल्ली आने में असमर्थ हैं। जांच एजेंसी चाहे तो उनसे कोलकाता में या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पूछताछ कर सकती है। इसके पहले उन्हें 14 सितंबर को बुलाया गया था लेकिन उन्होंने आरोप लगाया था कि केवल 24 घंटे पहले नोटिस मिला है और इतने कम समय में वह दिल्ली नहीं जा सकते।
यह भी पढ़ें: आयुष्मान के तीन साल बेमिसाल, पात्र लाभार्थियों के 46 फीसद परिवारों तक बनायी पहुँच
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित कोयला तस्करी मामला बेहद संगीन रहा है। आरोप है कि करोड़ों रुपये के कोयले की गैर कानूनी खनन और तस्करी हुई थी जिसके हिस्से सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के बड़े नेताओं को भेज रहे हैं। इसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को नामजद किया गया है और ईडी ने उन्हें भी दो बार दिल्ली तलब किया था।