लखनऊ | 1986 में बनकर तैयार हुए लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट का संचालन आज से अडानी ग्रुप करेगा। एयरपोर्ट के प्रबंधन से लेकर वित्तीय मामलों में अडानी ग्रुप के अधिकारी ही फैसले लेंगे। अडानी ग्रुप के पास इस एयरपोर्ट की जिम्मेदारी अगले 50 साल तक होगी।
यह भी पढ़े:फ्रांस में आतंकी हमले के बाद अब पादरी को गोली मारी, जख्मी
लखनऊ एयरपोर्ट अब प्राइवेट हाथों में
लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट के लिए अडानी ग्रुप के साथ हुए करार के मुताबिक शुरुआती तीन साल तक अडानी समूह के अधिकारी एयरपोर्ट प्रशासन के साथ काम करेंगे। सुरक्षा व्यवस्था की कमान पहले की ही तरह केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवान संभालते रहेंगे। फायर फाइटिंग सिस्टम और इंजीनियरिंग सेवाएं भी अडानू समूह के अधिकारी संभालेंगे। बताया जाता है कि इस एयरपोर्ट पर किसी भी सुविधा का शुल्क अभी नहीं बढ़ाया जाना है। एयरपोर्ट पर सुविधाओं के विस्तार की योजना है। जानकारी के मुताबिक लखनऊ एयरपोर्ट पर दिल्ली की तर्ज पर मुफ्त पिक और ड्रॉप सेवा भी उपलब्ध कराई जा सकती है|
यह भी पढ़े:आखिर क्यों टूट गया सलमान खान और ऐश्वर्या राय का रिश्ता, जाने वजह
यूं रहा एयरपोर्ट का सफर
1986 में बनकर तैयार हुआ था अमौसी एयरपोर्ट
2008 में नाम चौधरी चरण सिंह कर दिया गया
2012 में मिला अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा
55 लाख से अधिक यात्रियों की सालाना आवाजाही
160 से अधिक विमानों का हो रहा है संचालन