किन्नर अखाड़े के सदस्य समाजवादी पार्टी के सांसद अफजल अंसारी के खिलाफ मोर्चा खोलते नजर आ रहे हैं। दरअसल, किन्नर अखाड़े ने अफजल अंसारी के उस बयान का विरोध किया है, जिसमें उन्होंने महाकुंभ में गांजे को जड़ी-बूटी और प्रसाद बताया था। सपा सांसद के इस बयान का विरोध करते हुए किन्नर अखाड़े के सदस्यों ने उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर डॉ.लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महाराज ने सपा सांसद के बयान को आपत्तिजनक बताते हुए कहा कि यह टिप्पणी सनातन धर्म का अपमान है। त्रिपाठी सोमवार को संगम नगरी में कार्यक्रमों में शामिल होने आई थीं। उन्होंने कहा कि सिर्फ अफजल ही नहीं, बल्कि सनातन धर्म के खिलाफ इस तरह की बयानबाजी करने वाले किसी भी नेता को सजा मिलनी चाहिए।
इससे पहले त्रिपाठी ने महाकुंभ के आयोजन को लेकर मेला कार्यालय में मेलाधिकारी विजय किरण आनंद से मुलाकात की। त्रिपाठी ने मांग की है कि 2019 कुंभ की तर्ज पर किन्नर अखाड़े को महाकुंभ में भी जमीन और सुविधाएं दी जाएं। उन्होंने कहा कि किन्नर अखाड़ा जूना अखाड़े के साथ है।
जूना अखाड़े के संरक्षक और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि महाराज के मार्गदर्शन में महाकुंभ में किन्नर अखाड़े की देव यात्रा निकाली जाएगी। इसके साथ ही विभिन्न स्नान पर्वों पर किन्नर संत अमृत स्नान भी करेंगे।
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महाकुंभ से पहले अखाड़ों की ओर से पेशवाई और शाही स्नान का नाम बदलने की मांग का भी किन्नर अखाड़ा प्रमुख ने समर्थन किया है। त्रिपाठी ने यह भी कहा कि अब समय आ गया है कि सनातनियों को अपनी पहचान से पहचाना जाए और समाज के सामने सच्चाई रखी जाए।