जयपुर। भारत की यूथ बालक हैंडबॉल टीम ने जयपुर (राजस्थान) के सवाई मान सिंह स्टेडियम में आयोजित यूथ व जूनियर पुरुष आईएचएफ ट्रॉफी (जोन –टू एशिया) में बांग्लादेश को 56-36 से हराकर खिताब जीता।
रविवार रात संपन्न चैंपियनशिप में इसके बाद खेले गए जूनियर वर्ग के फाइनल में भी भारत के सामने बांग्लादेश की चुनौती थी। भारत ने ये मुकाबला 55-25 से जीतकर अपना गोल्डन डबल पूरा किया।
हैंडबॉल एसोसिएशन इंडिया के कार्यकारी निदेशक डॉ. आनन्देश्वर पांडेय (महासचिव, दक्षिण एशियाई हैंडबॉल महासंघ) ने बताया कि यूथ वर्ग के फाइनल में भारत ने मध्यांतर तक बांग्लादेश के खिलाफ 31-14 की बढ़त बना ली थी और फिर मुकाबला अपने नाम कर लिया।
भारत की ओर से रवि व रोहित ने सबसे ज्यादा 13-13 गोल दागे। उनके अलावा प्रवीण गिल ने 10 एवं नवदीप व मनीष यादव ने 8-8 गोल किए। बांग्लादेश से अनीक इस्लाम ने 8, रतुलउद्दहन ने 7, अतीक होसेन आकाश व तौफीकुर रहमान 6 गोल करने में सफल रहे।
इस अवसर पर आईएचएफ कोचिंग क्लीनिक के लेक्चरर ट्यूनीशिया से समीर मैक्लॉफ ने जीत की रणनीति बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले भारतीय यूथ टीम के कोच मो.तौहीद (उत्तर प्रदेश) को सम्मानित किया। इस वर्ग में नेपाल की टीम को तीसरा स्थान मिला। यूथ वर्ग में मोस्ट वैल्युएबल प्लेयर भारत के नवदीप बने। जूनियर वर्ग में मालदीव की टीम तीसरे स्थान पर रही जबकि मोस्ट वैल्युएबल प्लेयर भारत के अनूप बने।
इस टूर्नामेंट के लिए भारतीय यूथ टीम में लखनऊ के सुयश अवस्थी और गोरखपुर के मनीष यादव जबकि भारतीय जूनियर टीम में गोरखपुर के ज्ञान गौरव और मानवेंद्र यादव थे। हैंडबॉल एसोसिएशन इंडिया के कार्यकारी निदेशक डॉ. आनन्देश्वर पांडेय, अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला व महासचिव तेजराज सिंह ने भारतीय टीम के प्रदर्शन की सराहना करते हुए खिलाड़ियों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।