अगले साल भारत जी-20 सम्मेलन की अध्यक्षता करेगा. भारत में होने वाले जी 20 के आयोजन को लेकर दुनिया के तमाम देश भारत को बधाई दे रहे हैं. इसी कड़ी में अमेरिका की ओर से भी बयान आया है. अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस की ओर से कहा गया है कि अमेरिका अगले साल भारत में आयोजित जी-20 की अध्यक्षता का समर्थन करने के लिए उत्साहित है. भारत को मिली मेजबानी का कई और देशों ने भी स्वागत किया है.
अमेरिका ने जताया समर्थन: व्हाइट हाउस की ओर जारी बयान में कहा गया है भारत ने गुरुवार को दुनिया की सबसे अमीर अर्थव्यवस्थाओं के समूह की अध्यक्षता अगले साल के लिए संभाल ली है. इस मौके पर व्हाइट हाउस में हुए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रेस सचिव ने कहा कि अमेरिका मजबूत वैश्विक अर्थव्यवस्था का निर्माण करने का अपना प्रयास जारी रखेगा. व्हाइट हाउस ने कहा कि खाद्य, ऊर्जा सुरक्षा में आ रही चुनौतियों के साथ साथ जो भी मुद्दे है उनसे निपटने में भारत का समर्थन करने के लिए अमेरिका उत्साहित हैं.
मिलकर करेंगे काम- ऑस्ट्रेलिया: वहीं, भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ओ’फैरेल ने कहा है कि आज भारत के लिए एक अङम अवसर है, क्योंकि इसने G-20 की अध्यक्षता संभाली है. उन्होंने कहा कि हम एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य विषय पर अपने साझा उद्देश्यों और प्रगति को प्राप्त करने के लिए इसके साथ मिलकर काम करने की आशा करते हैं.
सही मुद्दों पर ध्यान दें विश्व के नेता: अगले साल देश में आयोजित हो रहे जी-20 सम्मेलन को लेकर भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने दिल्ली में कहा कि G20 दुनिया की वित्तीय,आर्थिक और विकास चुनौतियों को संबोधित करने के लिए समर्पित प्रमुख समूह है. इस कठिन समय में महत्वपूर्ण है कि विश्व के नेता सही मुद्दों पर ध्यान दें जो विशेष रूप से दुनिया के अधिक कमजोर वर्गों को प्रभावित करते हैं.
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विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि G-20 की अध्यक्षता दूसरों के साथ हमारी कहानी साझा करने का अवसर प्रदान करती है, विशेष रूप से उनके साथ जो हमारे कुछ अनुभवों को अपने प्रदर्शन या चुनौतियों पर स्थानांतरित कर सकते हैं.
गौरतलब है कि अगले साल होने वाले जी 20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी भारत कर रहा है. इस अवसर पर जी-20 लोगो वाले यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों सहित 100 स्मारकों को 1 दिसंबर से 7 दिसंबर तक सात दिनों के लिए रोशन किया जाएगा. जिन धरोहरों को रौशन किया जाएगा उनमें श्रीनगर के शंकराचार्य मंदिर से लेकर दिल्ली का लाल किला और तंजावुर के महान जीवित चोल मंदिर तक शामिल हैं.