राज्यपाल आनंदीबेन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गांधी जयंती पर बापू को दी श्रद्धांजलि

लखनऊ। प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गांधी जयंती की अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी है। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने जीपीओ पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और उन्हें नमन किया। इस दौरान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक, महापौर संयुक्ता भाटिया सहित अन्य नेता उपस्थित रहे।

राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने इसके बाद हजरतगंज में गांधी आश्रम जाकर वहां वस्तुओं का अवलोकन भी किया। मुख्यमंत्री ने वहां चरखा चलाया इस दौरान कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह भी खादी आश्रम में मौजूद रहे।

राज्यपाल ने अपने सन्देश में कहा कि बापू की शिक्षाएं आदर्श राष्ट्र के निर्माण में प्रकाश स्तम्भ के समान हैं। उन्होंने कहा कि बापू के दिखाये मार्ग पर चलकर हम आत्मनिर्भर बन सकते हैं।

श्रीमती आनंदीबेन ने कहा कि महात्मा गांधी से प्रेरित होकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य निर्धारित किया है तथा वोकल फाॅर लोकल का नारा दिया है। उन्होंने कहा कि गांधी जी के मार्ग का अनुसरण करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

मुख्यमंत्री ने अपने सन्देश में कहा कि आधुनिक विश्व को अहिंसा का मार्ग दिखाने वाले, महान समाज सुधारक, अंत्योदय से समाजोदय व स्वदेशी से स्वावलंबन दर्शन के प्रणेता, महामानव राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को उनकी जयंती पर कोटिशः नमन। बापू का सम्पूर्ण जीवन मानवता का संदेश है। सम्पूर्ण विश्व उससे प्रेरणा प्राप्त कर रहा है।

उन्होंने कहा कि गांधी जी के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने पहले थे। राष्ट्रपिता गांधी जी के विचारों को अपनाने से पूरे विश्व में शान्ति और सद्भाव स्थापित होगा, जिसकी आज बहुत आवश्यकता है। उनकी शिक्षा का अनुसरण ही गांधी जी के प्रति हम सभी की सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

उन्होंने कहा कि सत्य-अहिंसा के माध्यम से बापू के नेतृत्व में चला भारतीय स्वाधीनता आन्दोलन विश्व इतिहास में विलक्षण है। गांधी जी ने अपना पूरा जीवन देश और मानव सेवा में व्यतीत किया। चरखे, खादी व स्वदेशी के माध्यम से उन्होंने स्वावलंबन और श्रम की गरिमा को रेखांकित किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का मानना था कि साफ-सफाई, ईश्वर की आराधना के समान है। इसलिए उन्होंने लोगों को स्वच्छता अपनाने की शिक्षा दी। वर्तमान सरकार गांधी जी के स्वच्छ भारत के स्वप्न को साकार करने के लिए निरन्तर प्रयास कर रही है। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप सम्पूर्ण प्रदेश में स्वच्छता के व्यापक प्रसार में उल्लेखनीय सफलता मिली है।