महाराष्ट्र के बाद अब गुजरात का एक कोविड अस्पताल बड़े हादसे का गवाह बना है। इस हादसे ने 18 कोरोना मरीजों की जिन्दगी निगल ली है। दरअसल, बीती रात भरूच के पटेल वेलफेयर अस्पताल में भीषण आग लग गई। बताया जा रहा है कि यह आग इतनी विकरात थी कि देखते ही देखते इसने सबकुछ जलाकर राख कर दिया। इस घटना में 18 कोरोना मरीजों की जान चली गई है। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया।
कोविड अस्पताल में लगी भयानक आग
एक न्यूज पोर्टल से मिली जानकारी के अनुसार, पटेल वेलफेयर अस्पताल की पहली मंजिल को कोरोना मरीजों के लिए कोविड केयर सेंटर बनाया गया था। भरूच के एसपी राजेंद्र सिंह चुडासमा ने बताया कि आईसीयू में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी। बाद में इसपर काबू पा लिया गया। आशंका जताई जा रही है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। अस्पताल के मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया है और उनका इलाज चल रहा है।
प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक हादसे में 13 लोगों के मरने की खबर है। फायर डिपार्टमेंट को आग लगने की सूचना रात 12.55 बजे मिली। भरूच के एसपी ने आशंका जताई कि मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है। करीब 50 लोगों का रेस्क्यू कर उन्हें दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आग लगने के तुरंत बाद यहां भर्ती मरीजों को नजदीकी अस्पताल में शिफ्ट किया गया। आग इतनी भीषण थी कि इसकी चपेट में कई पेशेंट्स आ गए। हादसे के कारणों की शुरुआत में कोई जानकारी नहीं मिल पाई थी।
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बताते हैं कि चार मंजिला यह अस्पताल भरूच-जंबूसर हाईवे पर स्थित है और इसे एक ट्रस्ट द्वारा संचालित किया जाता है। फायर ऑफिसर शैलेश संसिया ने बताया कि अस्पताल की पहली मंजिल पर कोविड वार्ड बनाया गया था। एक घंटे के भीतर आग पर काबू पा लिया गया और फायर फाइटर्स और स्थानीय लोगों की मदद से कम से कम 50 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा था। बताया जा रहा है कि अस्पताल में इतनी भीषण आग लगी थी कि कुछ देर में ही बहुत कुछ जलकर खाक हो गया।