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झनझनाहट, सूजन से लेकर एड़ी के दर्द तक… आपके पैर बताते हैं 6 गंभीर बीमारियों के संकेत, जानें क्या कहते हैं ये लक्षण

नई दिल्ली: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी, गलत खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल का सीधा असर सेहत पर पड़ रहा है। शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी के कारण कई बीमारियां चुपचाप पनपने लगती हैं। खास बात यह है कि जब भी शरीर में कोई गड़बड़ी होती है, उसके शुरुआती संकेत हमें खुद शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दिखने लगते हैं।

पैर सिर्फ चलने-फिरने का जरिया नहीं हैं, बल्कि ये हमारी सेहत का आईना भी होते हैं। अगर पैरों में कुछ भी सामान्य से अलग नजर आए—चाहे झनझनाहट हो, सूजन या एड़ी में दर्द—तो इसे नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। समय रहते पहचान और सही इलाज से बड़ी बीमारियों से बचा जा सकता है। आइए जानते हैं पैरों में दिखने वाले ऐसे 6 लक्षण, जो गंभीर समस्याओं की ओर इशारा करते हैं।

1. पैरों में सूजन आना

अगर पैरों या टखनों में लगातार सूजन बनी रहती है, तो यह दिल, किडनी या लिवर से जुड़ी बीमारी का संकेत हो सकता है। कई बार प्रोटीन, विटामिन B12 और फोलिक एसिड की कमी से भी सूजन आती है। अचानक सूजन के साथ दर्द और लालिमा दिखे, तो यह ब्लड क्लॉट का संकेत भी हो सकता है।

क्या करें?

  • पैरों को ऊपर रखकर आराम करें
  • नमक का सेवन कम करें
  • प्रोटीन और विटामिन से भरपूर आहार लें
  • हल्की एक्सरसाइज से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर रखें

2. टखनों या एड़ी में दर्द

टखनों में दर्द सिर्फ चोट या अर्थराइटिस की वजह से नहीं होता। विटामिन D, कैल्शियम और मैग्नीशियम की कमी से हड्डियां कमजोर हो सकती हैं, जिससे जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द होने लगता है।

क्या करें?

  • डाइट में कैल्शियम, विटामिन D और मैग्नीशियम शामिल करें
  • जरूरत पड़ने पर फिजियोथेरेपी कराएं

3. पैरों में झनझनाहट या सुन्नपन

बार-बार झनझनाहट या सुन्नपन महसूस होना नसों की समस्या का संकेत हो सकता है। यह लक्षण अक्सर डायबिटीज, विटामिन B12 और विटामिन E की कमी से जुड़ा होता है। पोटैशियम और मैग्नीशियम की कमी भी मांसपेशियों को कमजोर कर सकती है।

क्या करें?

  • विटामिन और मिनरल्स की जांच कराएं
  • हेल्दी और संतुलित आहार लें
  • नंगे पैर चलने से बचें
  • शराब और कुछ दवाओं का अधिक सेवन न करें

4. पैरों में उभरी नीली नसें

पैरों में नीली या उभरी नसें दिखना नसों की कमजोरी का संकेत है। विटामिन C और बायोफ्लेवोनॉयड की कमी, मोटापा और लंबे समय तक बैठना इसकी वजह हो सकते हैं।

क्या करें?

  • विटामिन C युक्त आहार लें
  • रोजाना वॉक करें
  • जरूरत पड़े तो कम्प्रेशन स्टॉकिंग्स पहनें
  • वजन को कंट्रोल में रखें

5. एड़ियों की फटी त्वचा

एड़ियों में दरारें सिर्फ ड्राई स्किन की वजह से नहीं होतीं। विटामिन A, जिंक और ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी, डायबिटीज और एक्जिमा भी इसकी वजह हो सकते हैं।

क्या करें?

  • एड़ियों को नियमित मॉइस्चराइज करें
  • नंगे पैर चलने से बचें
  • ओमेगा-3 और जिंक युक्त आहार लें

6. पैरों का बार-बार ठंडा रहना

अगर पैर हमेशा ठंडे रहते हैं, तो यह खून की कमी, थायरॉइड या Peripheral Artery Disease का संकेत हो सकता है। तनाव और कम भोजन भी ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करता है।

क्या करें?

  • आयरन और थायरॉइड लेवल की जांच कराएं
  • स्मोकिंग से दूर रहें
  • पैरों को ढककर रखें
  • समय-समय पर हेल्थ चेकअप कराएं