विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सैन्य गतिरोध दूर करने के लिए सैन्य स्तर पर नौ दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन जमीन पर सकारात्मक परिणाम नहीं दिखाई दिए हैं।
विदेश मंत्री ने सीमा को लेकर दिया बयान
आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में मीडिया से बातचीत करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में चीन की चुनौती के चलते बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती की गई है। साथ ही वास्तविक नियंत्रण रेखा से सैनिकों को हटाने और तनाव कम करने के लिए बातचीत के कई दौर हो चुके हैं। गतिरोध कायम रहने के चलते बातचीत की प्रक्रिया जारी रहेगी।
उल्लेखनीय है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर नियंत्रण रेखा पर तनाव कम करने के लिए अपने चीनी समकक्षों के साथ बातचीत कर चुके हैं। हालांकि उसके सार्थक नतीजे सामने नहीं आए हैं।
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विदेश मंत्री ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में स्थिति पेचीदा है तथा सैनिकों को हटाने के काम में स्थानीय भौगोलिक स्थिति और सैनिकों की तैनाती संबंधी मसले हैं। इस पर सैन्य अधिकारी बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें सैन्य अधिकारियों की बातचीत में कुछ प्रगति दिखती है लेकिन सीमा की स्थिति देखते हुए लगता है कि कोई ठोस परिणाम नहीं आया है।