सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट ट्विटर द्वारा दिखाए गए भारत के गलत नक़्शे के मामले को लेकर संयुक्त संसदीय समिति ने कड़ा फैसला लिया है। दरअसल, संयुक्त समिति ने ट्विटर से उनकी इस गलती के लिए लिखित जवाब मांगा है। समिति ने इसे आपराधिक मामला करार दिया है।
संयुक्त संसदीय समिति के सामने पेश हुए ट्विटर के प्रतिनिधि
दरअसल, ट्विटर ने लद्दाख को जिओ टैगिंग में चीन का हिस्सा दिखाया था। इस बात को लेकर संयुक्त संसदीय समिति ने डाटा प्रोटेक्शन पर ट्विटर को तलब किया था। इसके बाद ट्विटर प्रतिनिधि समिति के सामने पेश हुए।
यहां समिति ने ट्विटर प्रतिनिधियों से कहा कि यह कानूनी रूप से आपराधिक मामला है। ये भारत की संप्रभुता और अखंडता का खुला उल्लंघन है और इसमें सात साल तक की सजा का प्रावधान है। समिति ने ट्विटर से उनकी इस गलती का लिखित में जवाब मांगा है।
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ट्विटर को अब लिखित जवाब देना है और बताना होगा कि कैसे उसने भारत के हिस्से लद्दाख को चीन का हिस्सा दिखाया है। ट्विटर की ओर से इस मामले में सगुप्ता कमरान, पल्लवी वालिया, मनविंदर बाली और आयुषी कपूर संसदीय समिति के सामने पेश हुई थीं।
आपको बता दें कि बीते 18 अक्टूबर को ट्विटर ने अपने प्लेटफॉर्म में लेह की जियो टैग लोकेशन को चीन में दिखाया था। चीन के इस कृत्य के खिलाफ मोदी सरकार ने एक्शन लेते हुए ट्विटर के सीईओ जैक डोरसी को चिट्ठी लिखी थी और संवेदनशीलता से काम करने को कहा था।