छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों में वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ एक बड़ा अभियान छेड़ा है। इस अभियान के दौरान शनिवार सुबह बस्तर में कांकेर-नारायणपुर सीमा पर स्थित अबूझमाड़ के घने जंगलों में भीषण मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में पांच नक्सली मारे गए जबकि दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। शुक्रवार देर रात सुरक्षा बलों द्वारा शुरू किए गए तलाशी अभियान के बाद गोलीबारी हुई।
छत्तीसगढ़ पुलिस के अनुसार, मुठभेड़ तब शुरू हुई जब संयुक्त सुरक्षा बल नक्सलियों के गढ़ों को ध्वस्त करने के लिए घने जंगल में तलाशी अभियान शुरू किया। ऑपरेशन की निगरानी कर रहे एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन है, जिसमें वर्तमान में भीषण गोलीबारी चल रही है। घायल सुरक्षाकर्मियों को उपचार के लिए रायपुर ले जाया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
एक सप्ताह पहले भी सुरक्षाबलों को मिली थी कामयाबी
यह अभियान छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियानों की श्रृंखला का हिस्सा है। इस सप्ताह की शुरुआत में सुरक्षा बलों को एक और सफलता तब मिली जब बीजापुर जिले में एक अभियान में 8 लाख रुपये के इनामी एक वरिष्ठ प्लाटून कमांडर सहित तीन नक्सलियों को मार गिराया गया।
जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), विशेष कार्य बल (एसटीएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और कुलीन कोबरा इकाई की संयुक्त टीम द्वारा चलाए गए इस अभियान में उसूर-बासागुड़ा-पामेड़ के त्रि-जंक्शन पर रेखापल्ली-कोमथपल्ली की जंगली पहाड़ियों में नक्सली शिविरों को निशाना बनाया गया।
बरामद हुए हथियारों के जखीरे
पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) सुंदरराज पी ने तीन शवों और हथियारों के जखीरे की बरामदगी की पुष्टि करते हुए इसे क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों के लिए एक महत्वपूर्ण झटका बताया।
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चल रहे अभियान बस्तर में नक्सलवाद का मुकाबला करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हैं, जो लंबे समय से उग्रवादी हिंसा से ग्रस्त क्षेत्र है। सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं, आने वाले हफ्तों में क्षेत्र को सुरक्षित करने और शेष नक्सल नेटवर्क को खत्म करने के लिए अतिरिक्त अभियान चलाए जाने की उम्मीद है।