लखनऊ। फेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया व्यापार मंडल (फैम) उत्तर प्रदेश ने राज्य सरकार से मांग की है कि 2017 में उत्तर प्रदेश के उजाडे गए पुश्तैनी व पुराने टिंबर व्यापारियों को नई नीति का गठन या संशोधन कर पुनः व्यापार करने का मौका दिया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में फैम ने लिखा है उत्तर प्रदेश में आरा मशीनें, प्लाईवुड व विनियर एक परंपरागत लघु उद्योग रहा है एवं लाखो परिवार अपने इस पुश्तैनी व्यापार से जुड़ कर अपना एवं अपने परिवारों एवं अपने कर्मचरियो के परिवार का भरण पोषण कर रहे थे। यह ऐसा व्यवसाय था जो सरकार से किसी भी अनुदान या अनुकम्पा के बिना ही स्वयं अपने हेतु संसाधन जुटा रहा था।
फैम के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रभारी ,उत्तर प्रदेश श्री लखन लाल गुप्ता जी ने बताया किअपने पत्र के माध्यम से फैम में माननीय मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि 2017 में उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर वर्षो से चली आ रही पुस्तैनी आरा मशीनें, प्लाईवुड व विनियर के लघु उद्योगों को सरकारी कर्मचारियों द्वारा अचानक उजाड़ दिया गया। इन में से अधिकांशतः मालिकों के पास वन विभाग द्वारा जारी कुछ ई-3 रसीदे, वैध बिजली कनेक्शन व व्यापार संबंधी कानूनी दस्तावेज उपलब्ध भी थे , पर सरकारी कर्मचारियों द्वारा उन सब को अनदेखा कर इन परंपरागत एवं पुस्तैनी लघु उद्योगों को बंद करवा दिया गया। यह व्यवसाय हस्तकला पर निर्भर था अतः इस कारोबार में रोजगार देने की क्षमता अन्य किसी लघु उद्योगों से ज्यादा थी। आज स्थिति यह है किं आरा मशीनें, प्लाईवुड व विनियर के निर्माता लघु कारोबारी दर दर की ठोकर खा रहे है एवं प्रदेश व देश के सभी दरवाज़ों पर जा जा कर अपने व्यवसाय को पुनः स्थापित करने हेतु गुहार लगा रहे है।
उत्तर प्रदेश टिंबर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष मोहनीश त्रिवेदी ने संवाददाता को बताया कि उत्तर प्रदेश टिंबर एसोसिएशन द्वारा समय समय पर वन विभाग , राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार को ज्ञापन भी दिए गए है परन्तु उक्त कारोबारी आज भी न्याय के तलाश में दर दर भटक रहे है।
फैम के लखन लाल गुप्ता ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि आरा मशीनें, प्लाईवुड व विनियर व्यवसाय हेतु या तो एक नयी नीति बनायी जाये या पुरानी नीति(2019) में ही आवश्यक संशोधन कर ,एक निगरानी कमिटी की देख रेख में विस्थापित आरा मशीनें, प्लाईवुड व विनियर कारोबारियों के पुनर्वास कराने हेतु सरकार के स्तर पर आवश्यक कदम उठाए जाय।
लखनलाल गुप्ता के अनुसार आज प्रदेश में वर्तमान सरकार के नेतृत्व में सरकार स्वरोजगार को प्रोत्साहित कर रही है , ऐसे में अपने अपने रोज़गार में लगे विस्थापित आरा मशीनें, प्लाईवुड व विनियर कारोबारी को पुनः अपने परंपरागत व्यवसाय को चलने का अवसर मिलना अति आवश्यक है।