महाराष्ट्र में चल रहे सियासी संकट के बीच यह सुगबागाहट है कि कल पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। हालांकि महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का फैसला सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही होगा। इस बीच खबर है कि उद्धव ठाकरे सरकार के विश्वासमत साबित नहीं होने की स्थिति में गुरुवार को देवेंद्र फडणवीस सरकार बनाने का दावा ठोकेंगे और उन्हें 164 विधायकों को समर्थन हासिल हो सकता है।
इस बीच शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे ने कहा कि गुरुवार को होने वाले फ्लोर टेस्ट की हमें कोई चिंता नहीं है, हमें इससे कोई फर्क न पड़ता , हमारे पास 50 लोग हैं और यदि फ्लोर टेस्ट होता है तो हम गुरुवार को मुंबई जाएंगे और सभी सभी फ्लोर टेस्ट में शामिल होंगे। इस पूरे घटनाक्रम के बाद देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। सोशल मीडिया पर Devendra Fadnavis चर्चा में हैं और उन्हें महाराष्ट्र की सियासत का चाणक्य कहा जा रहा है।
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महाराष्ट्र में Devendra Fadnavis भाजपा के कद्दावर नेता हैं। प्रदेश में 5 साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद भाजपा-शिवसेना गठबंधन ने बीते विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल की थी लेकिन गठबंधन की जीत के बाद शिवसेना ने भाजपा को धोखा देते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना ली। इन दलों ने महा विकास अघाड़ी के नाम से गठबंधन भी बनाया। दरअसल विधानसभा चुनाव में जीत के बाद शिवसेना मुख्यमंत्री पद के लिए दावा कर रही थी, जबकि विधानसभा चुनाव देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में लड़ा गया था।