पश्चिम बंगाल में जारी विधानसभा चुनाव के दौरान सूबे में कोरोना के रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं। इन मामलों का असर भले ही सियासी दलों द्वारा किये जा रहे चुनाव प्रचार पर पड़ता नजर नहीं आ रहा हो। लेकिन इन बढ़ते मामलों ने सूबे के बच्चों की पढ़ाई पर जरूर डाल दिया है। दरअसल, बंगाल में भी कोरोना का प्रकोप तेजी से बढ़ते देखकर राज्य सरकार ने सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। माना जा रहा है कि जानलेवा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बंगाल एक बार फिर लॉकडाउन की ओर बढ़ रहा है।

बंगाल सरकार ने लिया बड़ा फैसला
सोमवार को बंगाल सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। इस दौरान शिक्षकों को भी स्कूल नहीं आना होगा। राज्य शिक्षा विभाग ने इससे संबंधित गाइडलाइन में कहा गया है कि फिलहाल अनिश्चितकाल के लिए स्कूलों को बंद रखा जाएगा। हालांकि इसमें इस बात का जिक्र है कि गर्मी की छुट्टी कोविड-19 को देखते हुए पहले दी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि करीब एक साल बाद नवमी से 12वीं तक की पढ़ाई शुरू हो गई थीं। लेकिन तेजी से बढ़ते कोरोना के बीच एक बार फिर स्कूलों को बंद करने का निर्णय लंबे लॉकडाउन का संकेत हो सकता है। हालांकि पहले जिस तरह से ऑनलाइन क्लास चलती थीं, वैसे चलेंगी।
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गौर हो कि सीबीएसई ने दसवीं की परीक्षा फिलहाल रद्द कर दी है। इसके अलावा 12वीं की परीक्षा भी टाल दी गई है। अब बंगाल में भी राज्य सरकार की 12वीं बोर्ड की परीक्षा टालने की चर्चा चल रही है।
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