राज्यसभा चुनाव को लेकर 10 जून को मतदान के दौरान खरीद-फरोख्त (हॉर्स-ट्रेडिंग) को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने अपनी रणनीति तैयार कर ली है. कांग्रेस ने रिसॉर्ट बुक कराए हैं. सूत्रों के अनुसार कांग्रेस पार्टी हरियाणा के विधायकों को छत्तीसगढ़ ले जाएगी. यहां पर एक रिसॉर्ट में उनके ठहरने की व्यवस्था की गई है. चुनाव से पहले पार्टी ने एक रिसॉर्ट की बुकिंग करा ली है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी की सरकार है और यहां पर भूपेश बघेल सीएम हैं. हालांकि, अभी तक यह जानकारी नहीं मिली है कि कांग्रेस इन विधायकों को कब छत्तीसगढ़ शिफ्ट कराएगी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह तय नहीं किया गया है कि विधायकों को वहां कब तक पहुंचाया जाएगा, मगर एक-दो दिन में ऐसा हो जाएगा.
बाहरी उम्मीदवारों ने बढ़ाई टेंशन
ऐसा कहा जा रहा है कि राज्यसभा चुनाव में पार्टी की ओर से बाहरी लोगों को चुनावी मैदान में उतारा गया है. इससे असंतुष्ट नेताओं की पृष्ठभूमि में यह कदम उठाया गया है. एआईसीसी महासचिव अजय माकन को हरियाणा से मैदान में उतरा गया है. अजय माकन के नाम की घोषणा के बाद हरियाणा कांग्रेस के सीनियर नेता कुलदीप बिश्नोई पार्टी के निर्णय को लेकर पहले से खफा हैं. इसके अलावा, पार्टी के लिए एक और समस्या कार्तिकेय शर्मा की उम्मीदवारी भी है.
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ऐसी रणनीति पहले भी अपनाई गई
कार्तिकेय शर्मा के ससुर पूर्व कांग्रेस नेता हैं. राज्य की राजनीति में उनका अच्छा दखल है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी को डर है कि अगर विधायकों को लालच मिली तो उनके लिए परेशानी खड़ी हो सकती है. ऐसे में विधायकों को खरीद-फरोख्त से बचाने के लिए कांग्रेस ने अपनी पुरानी रणनीति अपनाई है. इसमें रिसॉर्ट वाली रणनीति को अपनाया गया है. 2017 में गोवा चुनाव और 2018 में मध्य प्रदेश चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी ने रिसॉर्ट की रणनीति अपनाई थी.