कंप्यूटर बाबा

कंप्यूटर बाबा के आश्रम पर चला हतौड़ा, जाने क्या है पूरा मामला

इंदौर में अवैध निर्माण हटाने के क्रम में प्रशासन ने आज जम्बूर्डी हप्सी गांव में कंप्यूटर बाबा के आश्रम को ढहा दिया। साथ ही सरकारी जमीन हड़पने को लेकर 7 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। कंप्यूटर बाबा की गिरफ्तारी से प्रदेश की सियासत गर्मा गई है।


मध्य प्रदेश में कमलनाथ की अगुवाई वाली पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में नदी संरक्षण न्यास के अध्यक्ष रहे कम्प्यूटर बाबा उर्फ नामदेव दास त्यागी समेत सात लोगों को सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण ढहाए जाने के अभियान के दौरान रविवार सुबह एहतियातन गिरफ्तार किया गया। पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी क्षेत्र) महेशचंद्र जैन ने बताया कि इंदौर शहर से सटे जम्बूर्डी हप्सी गांव में कम्प्यूटर बाबा के आश्रम परिसर में प्रशासन द्वारा अवैध निर्माण ढहाए जाने के दौरान दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 151 (संज्ञेय अपराध घटित होने से रोकने के लिए की जाने वाली एहतियातन गिरफ्तारी) के तहत यह कदम उठाया गया। उन्होंने बताया कि कम्प्यूटर बाबा और उनसे जुड़े छह अन्य लोगों को एहतियातन गिरफ्तार कर एक स्थानीय जेल भेजा गया है।


मध्य प्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों के लिए हुए उपचुनाव के बाद कंप्यूटर बाबा के इंदौर में स्थित आश्रम पर प्रशासन का हथौड़ा चलाए जाने के अभियान को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने इसे राजनीतिक बदले की भावना से की गई कार्रवाई करार दिया है। पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता ने प्रशासन के अभियान के तुरंत बाद ट्वीट कर कहा है, ‘इंदौर में बदले की भावना से कम्प्यूटर बाबा का आश्रम व मंदिर बिना किसी नोटिस दिए तोड़ा जा रहा है। यह राजनैतिक प्रतिशोध की चरम सीमा है। मैं इसकी निंदा करता हूं।’

2 एकड़ सरकारी जमीन पर कब्जा

अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन की जांच के दौरान कम्प्यूटर बाबा के आश्रम परिसर में दो एकड़ शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा और निर्माण प्रमाणित पाया गया था। हालांकि, यह आश्रम 40 एकड़ से ज्यादा जमीन पर फैला है और इसका मौजूदा बाजार मूल्य लगभग 80 करोड़ रुपए आंका जा रहा है। राजस्व विभाग ने इस मामले में आश्रम के कर्ता-धर्ताओं पर कुछ दिन पहले 2,000 रुपए का जुर्माना लगाया था और उन्हें शासकीय भूमि से अवैध निर्माण हटाने को कहा गया था।

अधिकारियों ने बताया कि अतिक्रमण नहीं हटाए जाने पर प्रशासन ने आश्रम का सामान बाहर निकालकर अवैध निर्माण ढहा दिए, जिनमें शेड और कमरे शामिल हैं।

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इस दौरान वहां भारी पुलिसबल तैनात किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि अतिक्रमण से मुक्त कराई गई जमीन पर गौशाला का निर्माण कराया जाएगा और वहां धार्मिक स्थल विकसित किया जाएगा।