उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव को लेकर राज्य में प्रचार जारी है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं। आज प्रचार के दौरान उन्होंने एक बार फिर से राज्य के पिछली सरकारों के बहाने सपा और बसपा पर निशाना साधा है। मेरठ में जनसभा के दौरान योगी ने कहा कि 2017 से पहले जो लोग सत्ता में थे, विकास और गरीब कल्याण उनका उद्देश्य नहीं था। उन्होंने कहा कि उनको आधारभूत संरचना और गरीब से मतलब नहीं था। योगी ने अपना हमला जारी रखते हुए कहा कि वे तो अवसरवादी थे, अराजकता पैदा करते थे।
मुख्यमंत्री ने सपा-बसपा पर हमला करते हुए कहा कि वे कांवड़ यात्रा में बाधा पैदा करते थे और गरीबों की योजना में डकैती डालकर अपने और अपने गुर्गों का पेट भरने का कार्य करते थे। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि ये अवसरवादी और परिवारवादी ही नहीं थे, ये तमंचावादी भी थे। युवाओं के हाथों में भी तमंचा पकड़ाते थे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज युवाओं के हाथों में तमंचे नहीं, टैबलेट हैं। योगी ने कहा कि 6 साल में कोई दंगा नहीं हुआ। प्रदेश की जनता सुरक्षित है और विकास के बारे में सोच रही है। केवल वंशवादी राजनीति और माफिया संकट में हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 6 सालों में उत्तर प्रदेश की छवि काफी बदली है। अब लोग यूपी के लोगों का सम्मान करते हैं। पहले यूपी के लोग अपनी पहचान छिपाते थे, अब गर्व से कहते हैं कि हम यूपी के हैं।
इसके साथ ही योगी ने कहा कि मेरठ को पहचान मिल रही है। उन्होंने कहा कि सपा और लोक दल का गठबंधन केवल ‘अवसरवादी’ गठबंधन ही नहीं है, यह ‘अराजकतावादी’ गठबंधन भी है। योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर विभाजन की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्षी दलों ने समाज में जाति और मत-मजहब के नाम पर खाई पैदा की है। उन्होंने कहा कि अब सरकार दीपावाली और होली में मुफ्त गैस सिलेंडर देगी, अब बस्ती में जब बेटी का जन्म होता है तो मंगल गीत गाये जाते हैं कि घर में सुमंगला आई है। सरकार अब बेटी के जन्म से लेकर पढ़ाई-लिखाई और विवाह तक सभी सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2017 से पहले नगरों में शोहदों का आतंक हुआ करता था। व्यापारी से रंगदारी वसूली जाती थी। मगर आज हमने युवाओं के हाथों में तमंचे नहीं बल्कि टैबलेट देने का काम किया है।