घोखाधड़ी कर बैंकों को हजारों करोड़ रुपये का चूना लगाने के मामले को लेकर सीबीआई ने अपनी जांच तेज कर दी है। इस मामले की जांच करते हुए सीबीआई ने गुरुवार को देश के 11 राज्यों में करीब 100 ठिकानों पर दबिश दी। इस दौरान सीबीआई की टीम ने मध्य प्रदेश में भी दो स्थानों पर भी छापेमारी की। सीबीआई की टीम ने मप्र में भोपाल और निवाड़ी में दो जगह छापा मारा।
सीबीआई ने एमपी से मिले कई सबूत
दरअसल, सीबीआई को बैंक फ्रॉड से सम्बंधित 3700 करोड़ के घोटाले की जानकारी मिली थी, इनमें भोपाल के दो बैंकों में 200 करोड़ का फर्जीवाड़ा सामने आया है। जिसके बाद इस बड़ी छापामार कार्यवाही को अंजाम दिया गया।
भोपाल में आईओबी (इंडियन ओवरसीज बैंक) बैंक के चीफ मैनेजर सतीश चंद्र अग्रवाल औऱ बिल्डर सिद्धपाल सिंह भदौरिया के घर, ऑफिस में सीबीआई ने मारा छापा। बिल्डर सिद्धपाल सिंह पर आईओबी बैंक से 4 करोड़ फ्रॉड करने का आरोप है। सीबीआई ने सिद्धपाल के निवाड़ी जिले स्थित घर और पिताजी के घर पर भी मारा छापा। आशंका जताई जा रही है कि बड़ा खुलासा हो सकता है।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, भोपाल के बैंक ऑफ बड़ौदा से ज्योति पॉवर कार्पोरेशन लिमिटेड के संचालक कमलेश और संजय नेमानी ने 196 करोड़ रुपए का लोन लिया था। इसके दस्तावेजों की जांच के बाद सीबीआई ने अहमदाबाद में 4 और राजकोट में 1 ठिकाने पर छापेमारी की है।
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वहीं इंडियन ओवरसीज बैंक से सिद्धपाल सिंह भदौरिया की कंपनी ने प्रॉपर्टी के फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 4 करोड़ का लोन लिया था। इंडियन ओवरसीज बैंक ने सीबीआई से इसकी शिकायत की थी।