लखनऊ। प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर पूरी तौर पर नियंत्रण में है। योगी सरकार ने तीसरी लहर से निपटने के लिए चक्रव्यूह तैयार कर लिया है। राज्यस्तरीय स्वास्थ्य परामर्श समिति ने तीसरी लहर को ध्यान में रख्रते हुए अपनी रिर्पोट यूपी सरकार को डेढ़ माह पहले सौंप दी थी। जिसके आधार पर प्रदेशवासियों को कोरोना की तीसरी लहर से बचाने के लिए सरकार ने हर जिले की सुरक्षा के लिए चक्रव्यूह तैयार कर लिया है। तीसरी लहर से निपटने के लिए स्वच्छता, सैनिटाइजेशन, ऑक्सीजन प्लांट, पीकू नीकू और मेडिकल मेडिसिन किट इस चक्रव्यूह का हिस्सा हैं। प्रदेश में युद्धस्तर पर पीकू नीकू की स्थापना के साथ ही मेडिकल मेडिसिन किट के वितरण किया जा रहा है।
तीसरी लहर से बचाव के लिए अपनाई जा रही प्रो-एक्टिव नीति
प्रदेश में विशेषज्ञों के आंकलन के अनुसार कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के संबंध में योगी सरकार प्रो-एक्टिव नीति अपना रही है। सरकार डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टॉफ को महामारी की संभावित तीसरी लहर से लड़ने से लड़ने के लिए तैयार करने के लिए प्रशिक्षण सत्र भी आयोजित कर रही है। 14,534 डॉक्टरों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है और कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने का एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, जिसके तहत कुल 9,000 पैरामेडिकल स्टाफ, नर्सों और तकनीशियनों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
प्रदेश में 6572 पीआईसीयू हुए तैयार
यूपी में 6700 पीआईसीयू में से 6572 स्थापित किए जा चुके हैं। 15 अगस्त तक सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश में बाल चिकित्सा आईसीयू और नवजात आईसीयू समेत सभी व्यवस्थाओं को पूरा करने के निर्देश दिए हैं। 15 अगस्त तक उत्तर प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में स्थापित किए जाने वाले 6700 पीआईसीयू में से अब तक 6572 पहले ही स्थापित किए जा चुके हैं।
257 ऑक्सीजन प्लांट हुए क्रियाशील
प्रदेश में 257 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो गए हैं। प्रदेश में 15 अगस्त तक 551 स्वीकृत संयंत्रों में से 257 क्रियाशील हो गए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार वर्तमान में 15 अगस्त तक सभी संयंत्रों को चालू करने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही है।