मध्य प्रदेश में जारी अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा था कि इसके नेता महिलाओं का सम्मान नहीं करते हैं, इसलिए ‘जय सिया राम’ के जगह ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते हैं। इस पर अब भाजपा नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आ गई हैं। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि राहुल बाबा का ज्ञान ‘बाबा-बाबा ब्लैक शिप’ तक ही सीमित है। राहुल ने गीता के पन्ने कभी पलटे नहीं होगें और रामायण कभी पढ़ी नहीं होगी,तो वो कैसे जानेंगे कि राम के नाम की शुरुआत ‘श्री’ से ही होती है।
इसी तरह भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने ट्वीट किया, राहुल गांधी को पहले सनातन धर्म समझना चाहिए। इसके लिए उन्हें कई जन्म लेना होंगे। वहीं यूपी की योगी सरकार में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, भगवान श्रीराम के अस्तित्व को नकारने वाली कांग्रेस के सांसदराहुल गांधी जी को जय श्रीराम न सही, भाजपा ने जय सियाराम बोलने के लिए विवश कर दिया है, यह भाजपा की वैचारिक विजय और कांग्रेसी विचारधारा की हार है। अभी आपसे जय श्री राधारानी सरकार की और जय श्रीकृष्ण भी कहलवाना है!
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क्या कहा था राहुल गांधी ने
मध्य प्रदेश के मालवा में रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा था, ‘एक पंडितजी में मेरे पास आए और कहा, ‘राहुल जी, भगवान राम एक तपस्वी थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन तपस्या में लगा दिया। गांधी जी ‘हे राम’ कहा करते थे। यह उनका नारा था’। फिर पंडित जी ने दूसरा नारा दिया- जय सिया राम या जय सीता जय राम। सीता और राम एक ही हैं। इसलिए नारा है जय सिया राम या जय सीता राम। यानी राम ने सीता के लिए जो किया, जाकर सीता के लिए युद्ध किया, सीता के लिए जो स्थान होना चाहिए, हम उसका सम्मान करते हैं। और तीसरा नारा है जय श्री राम, जहां हम भगवान राम की स्तुति करते हैं। आगे बढ़ते हुए पंडित जी ने मुझसे कहा, ‘आपको अपने भाषणों में पूछना चाहिए कि भाजपा केवल जय श्री राम क्यों कहती है, जय सिया राम, हे राम कभी नहीं।’ मुझे यह बहुत पसंद आया।