चीन को पाकिस्तान की दोस्ती का खामियाजा भुगतना पड़ा है। दरअसल, पाकिस्तान के दासू बांध पर काम कर रहे चीनी इंजीनियरों को लेकर जा रही बस पर बुधवार को लेबर कैंप के पास आतंकी हमला हुआ है जिसमें 09 चीनी इंजीनियरों समेत 13 लोगों की मौत हो गई है। बस में 30 इंजीनियर और कर्मचारी सवार थे। आईआईडी से किये गए इस धमाके में 39 से अधिक लोग घायल हो गए हैं जिनमें कई की हालत गंभीर है।
पाकिस्तान के दासू डैम प्रोजेक्ट में काम रह रहे थे चीन के इंजीनियर
इस समय पाकिस्तान में दासू डैम प्रोजेक्ट पर चीन के इंजीनियरों की निगरानी काम चल रहा है। एक बस में आज सुबह चीनी इंजीनियर और यहां पर काम करनेवाले कर्मचारी जा रहे थे। बस में 30 इंजीनियर और कर्मचारी सवार थे। इनके साथ बस की सुरक्षा के लिए पाकिस्तान फ्रंटियर कॉर्प्स के जवान भी थे। तभी अचानक अपर कोहिस्तान में लेबर कैंप के पास बस में धमाका हो गया। इससे घटनास्थल पर ही 13 लोगों की मौत हो गई जिसमें 09 चीनी इंजीनियर भी हैं।
इसे आतंकी हमला बताया जा रहा है। इस हमले में 39 से अधिक लोग घायल हो गए हैं जिनमें कई की हालत गंभीर है। कई घायलों की हालत गंभीर होने से मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद आरिफ ने बताया कि शवों और घायलों को रूरल हेल्थ केयर सेंटर दासू में भेज दिया गया है। साथ ही विस्फोट की तीव्रता का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।
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इससे पहले बीती रात को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के गृह राज्य खैबर पख्तूनख्वा में आतंकी हमला हुआ था जिसमें 11 पाकिस्तानी सेना के जवानों के मरने और कई सैनिकों को बंधक बनाए जाने की खबर है। हालांकि पाकिस्तान सेना ने इस हमले में पाकिस्तानी सेना के कैप्टन अब्दुल बासित और सिपाही हजरत बिलाल के मारे जाने की पुष्टि की है। इसी राज्य के जिला होशब के शापक के पास पिछले महीने आतंकियों के हमले में फ्रंटियर कोर बलूचिस्तान का एक जवान मारा गया था। इसके अलावा 25 जून को बलूचिस्तान के सिबी में आतंकवादियों के हमले में फ्रंटियर कोर के पांच जवानों की मौत हुई थी।