कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ उत्तर प्रदेश के बागपत स्थित मवीकलां में रात्रि विश्राम के बाद बुधवार सुबह छह बजे पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में फिर शुरू हुई. पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने बताया कि राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सुबह दिल्ली से मवीकलां पहुंचे और पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक सुबह छह बजे से यात्रा दोबारा शुरू हुई.
उन्होंने कहा कि ठिठुरन भरी कड़ाके की सर्दी के बीच रवाना हुई यात्रा में राहुल गांधी फिर एक सफेद टी-शर्ट पहन कर निकले. उनके साथ बड़ी संख्या में लोग हाथों में तिरंगे लेकर रवाना हुए. इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी समेत अनेक वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे. कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ मंगलवार दोपहर बाद गाजियाबाद के लोनी सरहद से उत्तर प्रदेश में दाखिल हुई थी. यह यात्रा बागपत से शामली होते हुए गुरुवार को हरियाणा जाएगी.
गौरतलब है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं का सैलाब दिल्ली के कश्मीरी गेट से मंगलवार सुबह रवाना हुआ था. राहुल और प्रियंका मंगलवार को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में गाजियाबाद की लोनी सीमा से उत्तर प्रदेश में प्रवेश करते हुए सात किलोमीटर की पदयात्रा कर वापस दिल्ली लौट गए थे. कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष व पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने बताया कि ‘गाजियाबाद में लोनी बार्डर पर प्रवेश करने और सात किलोमीटर की पदयात्रा करने के बाद राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा वापस दिल्ली लौट गए.’
अचानक वापस जाने का कारण पूछने पर सिद्दीकी ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया. उन्होंने यह जरूर कहा कि बुधवार को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सुबह दिल्ली से सीधे बागपत आएंगे और तय कार्यक्रम के अनुसार यात्रा शुरू होगी. कांग्रेस की बागपत जिला इकाई के अध्यक्ष यूनुस चौधरी के मुताबिक बुधवार की सुबह मवीकलां गांव से यात्रा शुरू हुई और दोपहर में यह गुफा मंदिर पहुंचेगी, जहां दर्शन और भोजन के लिए कुछ समय के लिए विश्राम किया जाएगा.
यात्रा दोबारा प्रारंभ होकर सरूरपुरकलां गांव से होते हुए बड़ौत कस्बे में प्रवेश करेगी. चौधरी ने बताया कि राहुल गांधी बड़ौत के छपरौली चुंगी में आयोजित नुक्कड़ सभा को भी संबोधित करेंगे. चौधरी ने कहा कि सभा समाप्त होने के बाद यात्रा शामली जिले के लिए रवाना होगी. उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के व्यापक जनसंपर्क अभियान वाली यह यात्रा सात सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और उसके बाद तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और दिल्ली से गुजर चुकी है.
यात्रा उत्तर प्रदेश में लगभग तीन दिन रहेगी और उसके बाद बृहस्पतिवार शाम को यह हरियाणा के पानीपत में प्रवेश करेगी. इसके बाद पंजाब से होते हुए यह एक दिन हिमाचल प्रदेश से गुजरेगी और उसके बाद जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करेगी, जहां इसका समापन होगा. जाटलैंड के नाम से पहचान रखने वाले बागपत और शामली जिलों में कांग्रेस की लंबे समय से राजनीतिक पकड़ मजबूत नहीं है.
बागपत लोकसभा क्षेत्र से वर्ष 1996 में आखिरी बार चौधरी अजित सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीता था. वहीं, शामली जिले की कैराना लोकसभा सीट पर कांग्रेस से आखिरी बार 1984 में अख्तर हसन सांसद रहे हैं. इस तरह बागपत में 27 साल तो कैराना में 39 साल से कांग्रेस को अपनी खोई जमीन नहीं मिल सकी है, अब ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में कांग्रेस को जाटलैंड के बड़े किसान संगठन भाकियू के साथ ही राष्ट्रीय लोकदल का साथ मिलने से कुछ उम्मीद जगी है.
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती और राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख जयंत चौधरी ने खुद को कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से अलग रखा है मगर उन्होंने इसके लिए कांग्रेस को बधाई दी है.
इसके अलावा राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास और श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने भी राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की सराहना की है. फैजाबाद सर्किट हाउस में मंगलवार देर शाम ट्रस्ट की बैठक में शामिल होने के बाद ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को लेकर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए चंपत राय ने कहा, ‘देश में पैदल चल रहे एक युवक का मैं आभार व्यक्त करता हूं, मैं उसके इस कदम की सराहना करता हूं.’
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राय ने कहा कि ‘इसमें कुछ भी गलत नहीं है, मैं आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) का कार्यकर्ता हूं और आरएसएस कभी भी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की निंदा नहीं करता.’ उन्होंने कहा, ‘वह (राहुल गांधी) इस खराब मौसम में चल रहा है, इसकी सराहना की जानी चाहिए, मुझे कहना होगा कि हर किसी को देश की यात्रा करनी चाहिए.’