पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव की वजह से जारी सियासी जंग के बीच पूरा सूबा छावनी में तब्दील होता नजर आ रहा है। दरअसल, शनिवार को बंगाल में भारी संख्या में केंद्रीय रिजर्व फ़ोर्स के जवान अलग-अलग क्षेत्रों में तैनात नजर आ रहे हैं। चुनाव से पहले भारी मात्रा में बंगाल पहुंचे इन जवानों के बाद कयासों के बाजार में भी गर्मी देखने को मिल रही है।
बंगाल में तैनात हुई सीआरपीएफ की 12 टुकड़ी
इस बारे में जानकारी देते हुए राज्य चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया है कि जम्मू कश्मीर से 12 कंपनी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) विशेष ट्रेन से पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर पहुंची है। इनकी तैनाती राजधानी कोलकाता समेत राज्य के अन्य हिस्सों में की जानी है।
सूत्रों ने बताया है कि 25 फरवरी तक राज्य में 125 कंपनी केंद्रीय बलों की तैनाती हो जाएगी। आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले ही पश्चिम बंगाल में सेंट्रल फोर्स के जवानों के आने के बाद राज्य में सरगर्मी तेज हो गई है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया है कि इन 12 कंपनी केंद्रीय बलों में से तीन कंपनियों की तैनाती बिधाननगर, बारूईपुर, डायमंड हार्बर में होगी। उसके बाद बाकी नौ कंपनियों की तैनाती उत्तर 24 परगना के बैरकपुर, हावड़ा, पश्चिम मेदिनीपुर, पूर्व मेदिनीपुर, बांकुड़ा, बीरभूम, पूर्व बर्दवान सहित राज्य के अन्य हिस्सों में लगाया जाएगा।
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चुनाव की तारीखों की घोषणा होने से पहले ही केंद्रीय बलों के जवानों को बंगाल में तैनात किए जाने को लेकर आयोग सूत्रों ने बताया है कि एरिया डोमिनेशन और रूट मार्च के लिए इन जवानों की तैनाती की जाएगी। चुनावी हिंसा के लिए कुख्यात रहे हैं पश्चिम बंगाल में सेंट्रल फोर्स के जवानों की मौजूदगी की वजह से लोगों में विश्वास बहाली हो सकेगी।