आजम फिर पहुंचे सुप्रीम कोर्ट, सता रहा है जौहर यूनिवर्सिटी पर बुलडोजर चलने का खौफ

सपा के पूर्व मंत्री व विधायक आजम खान ने एक बार फिर से सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने के बाद सीतापुर जेल से वह अभी हाल ही में बाहर आए हैं। आजम इस बार मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी पर बुलडोजर चलने की आशंका जाहिर की है। उन्होंने इसे बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। कोर्ट ने इसे सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है।

कांग्रेस के नेता व वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल आजम खान की ओर से अदालत में पेश हुए। उन्होंने इस मुद्दे को जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और बेला एम त्रिवेदी की बेंच से तुरंत सुनवाई की मांग करते हुए उठाया। बेंच ने इसे सुनवाई के लिए लिस्ट करने को कहा है। 10 मई को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने सपा नेता को भूमि पर अवैध कब्जे से जुड़े केस में जमानत दी थी। यह केस वक्फ बोर्ड की संपत्ति पर अवैध कब्जे से संबंधित है।

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इलाहाबाद हाई कोर्ट ने जमानत के साथ कई शर्तें भी रखी थीं। रामपुर के डीएम को शत्रु संपत्ति से जुड़ी जमीन की नाप के बाद इसे कब्जे में लेने को कहा है। इसके चारों तरफ दीवार खड़ी करने करने और कांटेदार तार लगाने का निर्देश भी दिया गया है। कोर्ट ने 30 जून तक की समय सीमा तय की है। सिंघन खेड़ा गांव में 13.842 हेक्टेयर की यह भूमि विवाद की मुख्य वजह है।