धर्मांतरण मामले को लेकर उत्तर प्रदेश की एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) की एक टीम ने मंगलवार को दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया। एटीएस की टीम इस मामले का खुलासा होने के बाद से ही लगातार दिल्ली-एनसीआर के कई ठिकानों पर छापेमारी कर रही है और तलाशी अभियान भी चला रही है।
एटीएस ने कई जगह की छापेमारी
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि यूपी एटीएस की टीम मंगलवार सुबह नौ बजे दिल्ली पहुंची थी। टीम शाहीन बाग इलाके के एफ-ब्लॉक में पहुंची और वहां तलाशी ली। इसके अलावा कुछ और जगहों पर जाकर भी सर्च ऑपरेशन चलाया गया। बताया जा रहा है कि एटीएस ने धर्मांतरण के मामले में गिरफ्तार हुए आरोपित मौलाना कलीम सिद्दीकी के ठिकानों पर भी छापेमारी की है। कलीम सिद्दीकी के ठिकानों औरउन के दफ्तर पर छापा मारा गया है। यहां से एटीएस को फंडिंग से जुड़े कुछ कागजात बरामद करने थे। हालांकि एटीएस ने यहां से क्या बरामद किया, इस पर कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन कुछ दस्तावेज जरूर एटीएस के हाथ लगे हैं।
जून में हुआ था धर्मांतरण रैकेट का पर्दाफाश
यूपी एटीएस ने इसी साल जून में नोएडा से चलने वाले धर्मांतरण रैकेट का भंडाफोड़ किया था। इस मामले में एटीएस ने मौलाना उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी को गिरफ्तार किया था। ये दोनों दिल्ली के जामिया नगर इलाके के रहने वाले हैं।
एटीएस के मुताबिक, ये रैकेट देशभर में फैला हुआ है और धर्मांतरण का ये पूरा खेल दो साल से चल रहा था। इसी मामले में एटीएस ने 21 सितंबर को मौलाना कलीम सिद्दीकी को भी गिरफ्तार किया गया था। उसकी गिरफ्तारी के बाद एटीएस ने मोहम्मद इदरिस, मोहम्मद सलीम और कुनाल अशोक चौधरी उर्फ आतिफ को गिरफ्तार किया था।
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इनमें मोहम्मद इदरीस और मोहम्मद सलीम मुजफ्फरनगर और आतिफ महाराष्ट्र के नासिक का रहने वाला है। इन तीनों पर मौलाना सिद्दीकी की मदद करने का आरोप है। हालांकि जांच अभी जारी है और एटीएस को इस दौरान रोज नई जानकारी हाथ लग रही है।