मनसुख हिरेन हत्याकांड मामले में फंसे सचिन वाझे की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। दरअसल, अब इस मामले की जांच कर रही एटीएस ने सचिन वाझे पर शिकंजा कसने की तैयारियां शुरू कर दी है। सचिन वाझे को रिमांड पर लेने के लिए एटीएस 25 मार्च को एनआईए कोर्ट में अपील करेगा। इसके साथ ही एटीएस ने कई चौंकाने वाले खुलासे भी किये हैं।
सचिन वाझे को लेकर एटीएस ने किये कई खुलासे
एटीएस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जयजीत सिंह ने मंगलवार को मुंबई में पत्रकारों को बताया कि मनसुख हिरेन की पत्नी विमला हिरेन ने अपने स्टेटमेंट में सचिन वाझे पर संदेह व्यक्त किया था। इसके बाद एटीएस ने वाझे के बयान दर्ज किये थे। मनसुख मौत मामले में घटनास्थल पर कोई सबूत नहीं मिला था।
आरोपितों ने सीसीटीवी फुटेज भी मिटा दिए थे लेकिन छानबीन के बाद नरेश रमणीकलाल गौड़ व विनायक शिंदे को गिरफ्तार किया गया। नरेश गौड़ ने गुजरात से 14 सिमकार्ड खरीदे थे जो इस घटना के दौरान इस्तेमाल किये गए।
पुलिस ने इस घटना में प्रयोग की वाल्वो कार भी मंगलवार को सुबह बरामद की है। जयजीत सिंह ने बताया कि विनायक शिंदे निलंबित पुलिसकर्मी है। वह 2007 में वर्सोवा में हुए लखनभैया इनकाउंटर मामले में सजा भुगत रहा था लेकिन कोरोना की वजह से वह पेरोल पर जेल से बाहर आया था। इसी तरह नरेश गौड़ बुकी है।
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इन दोनों से की गई पूछताछ में सचिन वाझे का नाम आया है, इसलिए उससे पूछताछ आवश्यक है। वाझे को रिमांड पर लेने के लिए एंटी टेरोरिस्ट स्क्वायड (एटीएस) 25 मार्च को एनआईए कोर्ट में अपील करेगा। जयजीत सिंह ने बताया कि इस मामले में तकरीबन 8-9 लोगों के शामिल होने के सुराग मिले हैं।