एटीएस ने मनसुख हिरेन हत्या मामले में हासिल की बड़ी कामयाबी, सुलझाई गुत्थी

महाराष्ट्र एटीएस ने मनसुख हिरेन हत्या मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और मनसुख हिरेन हत्या मामले को सुलझा लिया है। महाराष्ट्र एटीएस ने दावा किया है कि गिरफ्तार किए गए दो लोगों का हाथ मनसुख की हत्या के पीछे था। गिरफ्तार आरोपियों में से एक आरोपी पुलिस वाला और दूसरा बुकी है। दोनों ही आरोपियों को आज 3 बजे ठाणे के होलीडी कोर्ट में प्रोड्यूस किया जाएगा।

कल ही एंटीलिया केस में बरामद काली एसयूवी के मालिक मनसुख हिरेन की मौत की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी गई। इस संबंध में कल केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आदेश जारी कर दिया था। मनसुख हिरेन की मौत के मामले की जांच पहले एटीएस द्वारा की जा रही थी और इसकी निगरानी मुख्य अतिरिक्त महानिदेशक जय जीत सिंह और उप महानिरीक्षक शिवदीप लांडे कर रहे थे। मनसुख हिरेन की डेड बॉडी गायब होने के एक दिन बाद 5 मार्च को मिली थी और हिरेन का शव ठाणे में एक क्रीक में पाया गया था।

क्या है मामला

मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों से लदी स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन की संदिग्ध तरीके से मौत हो गई थी और उनका शव ठाणे में मिला था। एनआईए मुंबई में मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर 20 जिलेटिन की छड़ें और एक धमकी भरे नोट के साथ पाई गई एसयूवी की जांच कर रही है और यह घटना 25 फरवरी की है। शिवसेना ने मनसुख हिरेन ने बेटे के हवाले से कहा कि मनसुख हिरेन अच्छे तैराक थे और आत्महत्या करने वालों में से नहीं थे।

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मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे मामले में पहले ही हैं गिरफ्तार

आतंकवाद-रोधी जांच एजेंसी ने 13 मार्च को मुंबई के पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को गिरफ्तार किया था। उन्हें 25 मार्च तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया गया है। दोनों मामलों के तार एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और महाराष्ट्र पुलिस के सूत्रों ने कहा कि 4 मार्च की रात को, हिरेन के मोबाइल लोकेशन अक्सर बदलते रहे। हिरेन के मोबाइल फोन की आखिरी लोकेशन तुंगेश्वर नेशनल पार्क थी। 4 मार्च की रात में, अंतिम लोकेशन वसई शहर का था और तब जाकर फोन बंद हो गया। हिरेन का मोबाइल फोन बरामद होना अभी बाकी है।