बीते कई दिनों से महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के कांग्रेस छोड़ने की चर्चा जोरो पर है। हालांकि अब कांग्रेस नेता चव्हाण ने इन अटकलों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कांग्रेस छोड़ने के बारे में उन्होंने ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया है। उन्होने इसके साथ ही बीजेपी में जाने की चर्चा को अफवाह बताया है।
इस महीने की शुरुआत में महाराष्ट्र विधानसभा में हुए बहुमत परीक्षण के दौरान अशोक चव्हाण देर से पहुंचे थे। इसलिए वे शिंदे-फडणवीस सरकार के फ्लोर टेस्ट के लिए मतदान नहीं कर सके। इसके अलावा उनके साथ 4 से 5 अन्य विधायक भी फ्लोर टेस्ट से दूर रहे। इस बीच, विधानसभा में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमारी जीत के पीछे के अदृश्य हाथों को भी धन्यवाद। जिससे चव्हाण के बगावत की ख़बरों को बल मिल गया।
उधर, कांग्रेस ने पार्टी विरोधी कदम उठाने के आरोप में अशोक चव्हाण को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। तभी से ही अशोक चव्हाण अपनी पार्टी से खफा बताये जा रहे थे। कांग्रेस में भी इस बात की चर्चा चल रही थी कि अशोक चव्हाण पार्टी छोड़ने वाले हैं। हालांकि अब अशोक चव्हाण ने कांग्रेस पार्टी छोड़ने की बात को खारिज कर दिया है।
पूर्व मंत्री अशोक चव्हाण ने अब इस पर प्रतिक्रिया दी है। जब पत्रकारों ने अशोक चव्हाण से नांदेड़ में कांग्रेस छोड़ने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा इन बातों का कोई अर्थ नहीं है। ऐसी चर्चा कौन कर रहा है, मैंने ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया है।
अशोक चव्हाण को बीजेपी में शामिल होने के लिए ऑफर की पेशकश की बात तब शुरू हुई जब शिंदे-फडणवीस सरकार के बहुमत परीक्षण में सफल होने के बाद नांदेड़ के सांसद प्रताप चिखरीलकर ने अशोक चव्हाण की तारीफ की। चिखरीलकर ने साथ ही कहा था कि अगर अशोक चव्हाण बीजेपी में शामिल हुए तो उनका स्वागत वह खुद करेंगे।
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महाराष्ट्र में कांग्रेस की सरकार बनने पर अशोक चव्हाण 8 दिसंबर 2008 से 11 नवंबर 2010 तक लगभग दो वर्षों तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे।