भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने गुरुवार को अपने बयान में कहा कि संतों का अपमान करने वाले अखिलेश यादव हिन्दू और सनातन संस्कृति के विरोधी हैं। हिन्दू मान्यता, हिन्दू संस्कृति के प्रतीकों और पूज्य संतों का अपमान करने वाले सपा मुखिया को संतों और सनातन मतावलंबियों से माफी मांगनी चाहिए। लगातार पराजय से वह हताशा और निराशा में हैं। उन्हें फिर एक बार अपनी हार का अंदेशा हो गया है, जिस कारण उनके बोल बिगड़े हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर परिवार को लेकर सपा अध्यक्ष की आयी टिप्पणी से लोगों में नाराजगी देखने को मिली है।
स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि सपा मुखिया की हिन्दू संस्कृति, संत परंपरा और जीवनचर्या से घृणा जगजाहिर है। एक ओर हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं जो अपनी संस्कृति और भारत की पहचान को वैश्विक मंच पर ले जा रहे हैं। श्रीलंका से राम मंदिर निर्माण के लिए सरकार शिला भेजती है। राम मंदिर निर्माण के लिए दुनिया भर से लोग मिट्टी और सभी पवित्र नदियों का जल भेज रहे हैं। विदेशी राष्ट्राध्यक्ष और राजनयिक भारत आकर मां गंगा की आरती करते हैं। वह अयोध्या, काशी और मथुरा में जाकर अपनी श्रद्धा का अर्पण करते हैं और संतोष प्राप्त करते हैं। वहीं दूसरी तरफ सपा मुखिया भारत की पहचान से जुड़े प्रतीकों, भारत माता, पूज्य संतगणों और हिन्दू धार्मिक प्रतीकों के प्रति अपना घृणाभाव दिखाते हैं। उनके ऐसा करने से साबित होता है कि अखिलेश यादव भारत और भारतीयता दोनों के विरोधी हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सपा मुखिया केवल चुनाव के वक्त ही धार्मिक प्रयोजनों का स्वांग रचते हैं। अन्य दिनों में उनका टोपी लगाकर घूमना फिरना उत्तर प्रदेश की जनता ने देखा है। वह अपने अनर्गल प्रलाप से एक पंथ और समुदाय के लोगों को तो खुश कर सकते हैं लेकिन संत परंपरा और सनातन संस्कृति को मानने वाले करोड़ों लोगों की आस्था को चोट पहुंच रही है। उनका यह खिलवाड़ उनकी वोट बैंक वाली राजनीति को भारी पड़ेगा।
सिंह ने कहा कि उन्हें उत्तर प्रदेश का विकास सुहा नहीं रहा है क्योंकि वे खुद के और केवल कुनबे के विकास के ही वाहक रहे हैं। उन्हें गरीब को मिली पक्की छत, उज्ज्वला योजना का सिलेंडर और उसके घर पर बल्ब की रोशनी अच्छी नहीं लग रही है। उन्हें गरीब को भरपेट राशन दिया जाना पसंद नहीं आ रहा है। वे गरीब को खुश देखकर दुखी हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि गरीबों के हिस्से पर ही डाका डालकर खुद के कुनबे में संपन्नता आई है।
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उप्र भाजपा के अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के कुशल मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने गरीब कल्याण को अपने एजेंडे में सबसे ऊपर रखकर काम किया है। हमने जो कहा है वह किया है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका (अखिलेश) दुख समझ में आता है, क्योंकि आज अखिलेश यादव की जातिवादी, तुष्टिकरण की राजनीति को जनता समझ गई है। वह सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास लेकर चलने वाली भाजपा सरकार की कार्यशैली से संतुष्ट है। आज हर वर्ग के गरीब, शोषित और वंचित जनता लोग प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री योगी के कल्याणकारी कार्यों से खुश होकर उन्हें साधुवाद दे रही है। 2022 के चुनावों में भी जनता जनार्दन के आशीर्वाद से हम फिर से 300 से ज्यादा सीटें जीतकर अपने गरीब कल्याण के अभियान को और तेजी के साथ आगे बढ़ाने जा रहे हैं।
मालूम हो कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे ऊपर परिवारवाद का आरोप लगाया जा रहा है, जिनके परिवार ही नहीं है, वह परिवार के बारे में क्या जानें।