अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का कार्य जोरों पर है। इसी बीच, 23 अप्रैल को 155 देशों और सातों महाद्वीपों की नदियों और समुद्रों के जल से रामलला का जलाभिषेक किया जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामलला का जलाभिषेक करेंगे। साथ ही कई देशों के राजनयिक भी समारोह के गवाह बनेंगे।
अयोध्या में क्या होने जा रहा है?
23 अप्रैल को भगवान रामलला का जलाभिषेक किया जाएगा। यह कार्यक्रम खास होगा क्योंकि जलाभिषेक 155 देशों और सात महाद्वीपों की नदियों और समुद्रों से लाए गए जल से होगा। इससे पहले, यह पवित्र जल मणिरामदास की छावनी के सभागार में सुबह 10 बजे भव्य समारोह का आयोजन कर श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को सौंपा जाएगा। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामलला का जलाभिषेक करेंगे। इस दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की भी मौजूदगी होगी।
कार्यक्रम में और कौन होगा?
समारोह में राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ के अलावा कई देशों के राजदूत भी शिरकत करेंगे। साथ ही योग गुरू बाबा रामदेव, विहिप के दिनेश चंद्र, संघ प्रचारक रामलाल, इंद्रेश कुमार, जैन आचार्य लोकेश मुनि, महामंडलेश्वर स्वामी यतेंद्रानंद गिरि, पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल जोगिंदर जसवंत सिंह, सांसद मनोज तिवारी, सांसद प्रवेश वर्मा सहित अन्य मौजूद रहेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। 20 से अधिक देशों के प्रवासी भारतीय नेताओं सहित अनेक देशों के राजनयिक भी मौजूद रहेंगे।
कहां-कहां से और कैसे लाया गया जल?
यह पवित्र जल दुनियाभर के 155 देशों और सात महाद्वीपों की नदियों और समुद्रों से लाया गया है। विशेष रूप से, पाकिस्तान की रावी नदी का जल भी जलाभिषेक के लिए इस्तेमाल होने वाले कलश में शामिल किया जाएगा। रावी का जल पहले पाकिस्तान के हिंदुओं ने दुबई भेजा था और फिर दुबई से दिल्ली लाया गया। अब इस जल को अयोध्या लाया जाएगा।
पाकिस्तान के अलावा सूरीनाम, चीन, यूक्रेन, रूस, कजाकिस्तान, कनाडा और तिब्बत सहित कई अन्य देशों की नदियों से जल प्राप्त किया गया है। प्रत्येक देश के पवित्र जल को तांबे के लोटों में भरकर पैक व सील किया गया है। इन पर प्रत्येक देश के नाम व झंडे का स्टीकर चिपका है। इनको भगवे रिबन से सजाया गया है।
जल लाने वाले कौन हैं?
पवित्र जल प्रवासी भारतीयों ने अयोध्या राममंदिर जलाभिषेक के लिए भारत भेजा है। जानकारी के अनुसार, दिल्ली भाजपा नेता और पूर्व विधायक विजय जॉली के दिल्ली स्टडी ग्रुप ने साल 2020 में जल एकत्रित करने की मुहीम शुरू की थी। जलाभिषेक वाले दिन ये टीम अयोध्या में जल से भरे कलश को सीएम योगी आदित्यनाथ को सौंपेगी।
पूर्व विधायक विजय ने बताया, यहां तक कि युद्ध के दौरान ही रूस और यूक्रेन की नदियों के जल को भी एकत्रित किए गए। इकट्ठा किए गए जल से श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के अभिषेक कार्यक्रम को बृहद स्वरूप देने की तैयारी है।