जनपद लखनऊ में सोमवार को नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फैज़ुल्लागंज में माननीय विधायक डा. नीरज बोरा ने विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा – संचारी रोगों पर काबू पाना, हमारे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की प्राथमिकता पर है। उनके प्रयासों का ही परिणाम है कि इन बीमारियों पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। हमें उनके मार्गनिर्देशन में एक मार्च से लेकर 31 मार्च तक चलने वाले विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान में डेंगू चिकनगुनिया, जेई (जापानी इनसिफेलाइटस ), मलेरिया जैसी बीमारियों से लड़ना है। हम पिछले 4 साल में इन बीमारियों से मुकाबला करते हुए आज इन्हें न्यूनतम स्तर पर ले आये हैं।
इस अवसर पर डा. नीरज बोरा ने स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम की सराहना करते हुए कहा– इन दोनों विभागों ने माइक्रोप्लान बनाकर जिस तरह से उसे लागू किया और स्वच्छता अभियान चलाया उससे फैज़ुल्लागंज में संचारी रोगों में कमी आयी, वह सराहनीय है।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संजय भटनागर ने कहा- यह अभियान 12 विभागों के समन्वय से चलाया जायेगा जिसमें स्वास्थ्य विभाग की भूमिका अहम् है क्योंकि वह नोडल विभाग बनाया गया है। यह पहली बार होगा जब दस्तक अभियान के साथ में पहली बार आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ घर-घर जाकर बुखार के रोगियों, टीबी के रोगियों, कुपोषित बच्चों, दिमागी बुखार से दिव्यांग हुए व्यक्तियों और जन्म और मृत्यु पंजीकरण से वंचित लोगों की सूची बनायेंगी।
हमें इन अभियान के माध्यम से जहाँ लोगों को इन बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक करना है वहीँ लोगों को साफ़ सफाई रखने के लिए प्रेरित भी करना है। कोरोना काल में लोगों में हाथ धोने की आदत तो अपना ही ली है साथ ही समय समय पर इस तरह से अभियान से लोग जागरूक भी होंगे और सफाई को अपनी आदत बनाएंगे।
इस मौके पर वेक्टर जनित नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. के.पी. त्रिपाठी ने कहा – पूरा अभियान कोविड प्रोटोकॉल्स से बचाव को ध्यान में रखकर किया जायेगा। आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को मच्छरजनित रोगों से बचाव के बारे में जागरूक करेंगी। लोगों को अपने घर व उसके आस-पास झाड़ियाँ न रखने, पानी इकठ्ठा न करने के बारे में बतायेंगी। साफ़ पानी के महत्त्व के बारे में जागरूक करते हुए इंडिया मार्का -2 के पानी का प्रयोग करने के बारे में बतायेंगी। साथ ही बस्ती के पास सूअर बाड़े न रखने के बारे में बतायेंगी। इस दौरान फोगिंग करायी जाएगी। यह सभी गतिविधियां सम्बंधित विभागों द्वारा सम्पादित की जाएँगी। दस्तक अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ता गृह भ्रमण करेंगी और और जिन घरों में 15 वर्ष से कम आयु के बच्चे या क्षय रोग के लक्षण वाले व्यक्ति होंगे उनके घर पर स्टीकर लगाएंगी और यह सुनिश्चित करेंगी कि बुखार होने पर लोग पास के स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच कराएं। होंगे डा। त्रिपाठी ने बताया- संचारी रोग, दिमागी बुखार एवं कोविड-19 से सम्बंधित जानकारी के लिए हेल्पलाइन नम्बर – 1800-180-5145 तथा 1800-180-5146 पर संपर्क कर सकते हैं।
इसके साथ ही जिले के सभी शहरी एवं ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी संचारी अभियान का शुभारम्भ स्थानीय जन प्रतिनिधियों द्वारा किया गया।
इस मौके पर गोदरेज सीएसआर के एम्बेड (एलिमिनेशन ऑफ़ मोस्क्यूटो बोर्न एंडेमिक डिजीज ) कार्यक्रम के तहत “डेंगू एवं मलेरिया जनजागरूकता रथ” को डा। नीरज बोरा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया | यह रथ जिले के विभिन्न शहरी क्षेत्रों में डेंगू और मलेरिया की जागरूकता हेतु संचालित किया जायेगा | इस रथ में एम्बेड कार्यक्रम के प्रतिनिधि और नगर निगम के एक-एक प्रतिनिधि होंगे जो लोगों की डेंगू और मलेरिया सम्बन्धी जिज्ञासाओं को जागरूक करेंगे।
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इस अवसर पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। ए।के।रावत, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, जिला मलेरिया अधिकारी डीएन शुक्ला, 12 विभागों के प्रतिनिधि, विश्व स्वास्थ्य संगठन से सर्विलांस मेडिकल ऑफिसर सुरभि त्रिपाठी, यूनिसेफ, पाथ, टाटा ट्रस्ट, प्लान इंडिया और गोदरेज सीएसआर के प्रतिनिधि उपस्थित थे ।