अमेरिका ने धार्मिक स्वतंत्रता के अतिक्रमण के मामले में एक लिस्ट जारी की है, जिसमें अमेरिका ने चीन और पाकिस्तान को धार्मिक स्वतंत्रता के मामले में भी घेरा है। अमेरिका ने पाकिस्तान और चीन में धार्मिक स्वतंत्रता के अतिक्रमण को लेकर गंभीर चिंता जताई है। इस सूची में चीन और पाकिस्तान के अलावा अन्य 8 देश और हैं, जहां धार्मिक स्वतंत्रता के अतिक्रमण पर सवाल उठते रहे। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने मंगलवार को बताया कि इन देशो को कंट्रीस ऑफ पर्टिकुलर कंसर्न (CPC) की लिस्ट में शामिल किया जा रहा है। अमेरिका के मुताबिक इन देशो में धर्म के आधार पर जुल्म और भेदभाव किया जाता है। जो चिंता का एक बड़ा विषय है।
आपको बता दें कि अमेरिका ने धार्मिक उत्पीड़न को लेकर बड़ी कार्रवाई करते हुए बर्मा, चीन, इरिट्रिया, ईरान, नाइजीरिया, नॉर्थ कोरिया, सऊदी अरब, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान समेत 10 देशो को CPC की लिस्ट में शामिल किया है। अमेरिका का मानना है की ये सभी देश धर्म के नाम पर हो रहे उत्पीड़न को रोकने में असफल रहे है। ऐसे में अमेरिका दुनिया भर में धर्म के आधार पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए है संभव कोशिश करेगा। कट्टर विचारों के चलते इन देशो में यह जुल्म बढ़ रहा है। दुनिया में सभी को उसके धर्म के साथ जीने का हक़ है। ऐसे में अमेरिका इस भेदभाव को रोकने का हर संभव कोशिश करेगा। इसके आलावा कोमोरोस, क्यूबा, निकारागुआ और रूस को भी अमेरिका ने एक अलग सूची में डाला है। जो धार्मिक स्वतंत्रता को दबाता है।
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चीन और पाकिस्तान के द्वारा अल्पसंख्यक पर किये गए अत्याचार किसी से छुपी नहीं है। चीन ने उइगर मुसलमानों के साथ जो बर्ताव किया वो किसी से छिपा नहीं है। चीन में लोगो को धर्म के नाम पर आजादी नहीं दे रही है और वहां मुसलमानो को एक तरह की टोपी पहनने की आजादी भी नहीं है। वही पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान अल्पसंख़्यको को दबाना और हिन्दू लड़कियों से जबरन शादी करने की खबरे अमूमन आती रहती है। आपको बता दें कि भारत हमेशा से इस मुद्दे को उठाता रहा है।