अहिल्याबाई होल्कर का देश की सांस्कृतिक विरासत के साथ विकास में रहा बड़ा योगदान : एके शर्मा

  • विद्युत् कर्मियों का भीषण गर्मी में विद्युत आपूर्ति में बाधा डालना, आंदोलन करना, लोगों के जीवन को कष्ट में डालने का कार्य देशद्रोही की श्रेणी में आएगा: ऊर्जा मंत्री श्री ए.के. शर्मा

लखनऊ । नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए.के. शर्मा मंगलवार को अपने एक दिवसीय दौरे पर भदोही जनपद पहुंचे और वहां पर ज्ञानपुर के चित्रांगन लॉन में अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी स्मृति अभियान के तहत आयोजित जिला पंचायत सम्मेलन में प्रतिभाग किया।

उन्होंने अहिल्याबाई होल्कर जी की फोटो पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर तथा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की और उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किया।

कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए ए.के. शर्मा ने कहा कि देश अपनी प्राचीन संस्कृतिक विरासत, ज्ञान-विज्ञान व आध्यात्म की बदौलत विश्व गुरू था। मुगलकाल और अंग्रेजी शासन के दौरान इसमें गिरावट आयी, लेकिन  प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश अपने पुराने गौरव एवं वैभव को पुनः प्राप्त कर समृद्ध बन रहा है।

अंग्रेजी शासन में भारतीय संस्कृति, घरेलू उद्योग और यहां की अर्थव्यवस्था को नष्ट कर दिया था। उन्होंने कहा कि प्राचीनकाल में हमारा देश सांस्कृतिक रूप से तथा ज्ञान-विज्ञान में बहुत ही समृद्ध था। नारी शक्ति को भारत मे उच्च स्थान हासिल था। लेकिन मुगलकाल में हमारे समाज में सती प्रथा, पर्दा प्रथा, बाल विवाह, जौहर प्रथा, विधवा विवाह न होना, विधवा को सम्पत्ति से बेदखल करना, निसंतान स्त्री को दत्तक पुत्र लेने का अधिकार न देना जैसी अनेकों बुराइयां और कुरीतियां आ गईं।

अहिल्याबाई होल्कर जी इन बुराईयों को दूर करने के लिए अथक प्रयास किया। उनका जन्म 31 मई, 1725 को महाराष्ट्र में हुआ। उन्होंने उस समय की अव्यवस्थाओं, बुराईयों और समाज की कमजोरियों को दूर करने का प्रयास किया। पति की मृत्यु के बाद विधवाओं को सम्पत्ति में अधिकार दिलाया। दुनिया में जब कहीं पर भी महिलाओं को अधिकार नहीं था उस समय अहिल्याबाई होल्कर जी हमारे देश में शासक बनी। उनका शासन व्यवस्था लोक कल्याणकारी राज्य की अवधारणा को स्थापित करता है।

उन्होंने जलाशय, बांध बनवाये, इंदौर जैसे नगर की स्थापना की। शिक्षा में भी उनका बहुत ही योगदान रहा। पहली बार अहिल्याबाई होल्कर जी ने युद्ध के दौरान नष्ट हुई किसानों की फसल का मुआवजा दिलाने, सैनिकों की विधवाओं को आर्थिक मदद देने, आदिवासी क्षेत्रों व सुदूर ग्रामीण इलाकों में कुटीर उद्योग लगाने, मार्केटिंग की व्यवस्था करना, महिलाओं की सुरक्षा, लड़कियों का विवाह कराना आदि व्यवस्थाएं 800 वर्ष पहले अपने शासनकाल में करायी थीं।

सुशासन की प्रणेता और जनहित के कार्यों के कारण उन्हें लोकमाता की उपाधि मिली। उनके जीवन और कर्तव्य पथ से आज भी प्रेरणा मिलती है। उनका देश की सांस्कृतिक विरासत के साथ विकास में बहुत बड़ा योगदान था। मुगलकाल के दौरान सोमनाथ, काशीविश्वनाथ, द्वारिकाधीश आदि मंदिरों को नष्ट किया गया था, जिसका उन्होंने जीर्णोद्धार कराया।

उन्होंने सनातन संस्कृति को समृद्ध किया, उनका जीवन नारी शक्ति का प्रतीक है। उनके प्रशासनिक कार्य, समाज सुधार, भारतीय संस्कृति एवं विरासत के लिए किया गया उनका योगदान अविस्मरणीय है। अहिल्याबाई होल्कर जी समाज, शासन एवं सुशासन के लिए आदर्श स्वरूप हैं तथा त्याग, धर्म एवं सुशासन की प्रतिमूर्ति भी हैं। वह बहुत बड़ी शिव भक्त थी। मध्य प्रदेश की प्रसिद्ध महेश्वर की साड़ी और महेश्वर बांध के निर्माण में उनका योगदान था।

उन्होंने कहा कि 800 वर्षों के बाद आज देश में अगर कोई अहिल्याबाई होल्कर जी के सपनों को साकार कर रहा है तो वह माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, जिन्होंने भारतीय सांस्कृतिक विरासत के साथ विकास को महत्व दिया और मंदिरों का जीर्णोद्धार करा रहे।

देश के 80 करोड लोगों को मुफ्त राशन, महिलाओं को मुक्त रसोई गैस, गरीबों का मुक्त इलाज आदि की व्यवस्था उन्होंने की है। अहिल्याबाई होल्कर जी और नरेंद्र मोदी जी के शासन को और उनके लोकहितकारी कार्यों को इतिहास हमेशा याद रखेगा।

मोदी जी और योगी जी की शासन व्यवस्था पूरी तरह से लोक कल्याण को समर्पित है। गरीबों के कल्याण के लिए कार्य किया जा रहा। देश की सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध किया जा रहा है। वर्ष 2014 के पहले जो देश विश्व में 11वें नंबर की अर्थव्यवस्था थी, आज मोदी जी के नेतृत्व में वह चौथे नंबर की अर्थव्यवस्था वाला देश बन चुका है।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस, सपा, बसपा के लंबे समय तक शासन करने के बाद भी 1.50 लाख मजरों का विद्युतीकरण नहीं किया गया था। इसमें से 1.25 लाख मजरों का विद्युतीकरण योगी सरकार में कराया गया। शेष 25 से 30 हज़ार मजरो का विद्युतीकरण कराया जा रहा है। भदोही जिले में भी 37 मजरो का विद्युतीकरण कराया जाना है।

प्रदेश सरकार लोगों के सड़क, पानी, बिजली की जरूरतो और व्यवस्था को पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दक्षिणांचल और पूर्वांचल की विद्युत व्यवस्था का निजीकरण करने के लिए सरकार आगे बढ़ रही है। बिजली विभाग के कार्मिकों की मनमानी की वजह से तथा विद्युत व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए निजीकरण की व्यवस्था की जा रही है।

सरकार और निजी भागीदारी से विकास को गति मिली है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 3:50 करोड़ से अधिक उपभोक्ताओं में से 05 प्रतिशत ने एक बार भी बिजली का बिल नहीं दिया। भीषण गर्मी में विद्युत आपूर्ति में बाधा पहुंचाना, आंदोलन करना, लोगों के जीवन को कष्ट में डालने का कार्य करना देशद्रोह की श्रेणी में आएगा।

आगरा और ग्रेटर नोएडा के विद्युत व्यवस्था को कांग्रेस और बीएसपी के शासन के दौरान निजी हाथों को सोपा गया था, जिसके परिणाम बेहद सार्थक रहे है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि भीषण गर्मी में विद्युत कार्मिक विद्युत आपूर्ति में बाधा डालेंगे और आंदोलन में भाग लेंगे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मंत्री जी के भदोही जनपद पहुंचने पर रास्ते में अनेकों स्थानों पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं, पदाधिकारी, शुभचिंतकों एवं स्थानीय नागरिकों ने फूलमाला पहनकर उनका स्वागत किया।

कार्यक्रम में सांसद डॉ. विनोद बिंद , विधायक औराई दीनानाथ भास्कर, जिलाध्यक्ष भाजपा भदोही दीपक मिश्रा, कार्यक्रम के संयोजक मनीष पांडेय, अध्यक्ष जिला पंचायत भदोही अनिरुद्ध त्रिपाठी, ब्लॉक प्रमुख, नगरीय निकायों के अध्यक्ष, ग्राम प्रधान, पूर्व मंत्री रंगनाथ मिश्र, पूर्व विधायक श्री रविन्द्र नाथ त्रिपाठी, हजारों की संख्या में मातृशक्ति व गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।