तीनों काले कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 90 दिनों से देश का अन्नदाता आंदोलन कर रहा है। आम आदमी पार्टी पहले दिन से किसानों के साथ खड़ी है। सड़क से लेकर सदन तक तीनों कृषि कानूनों को वापसी को लेकर उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष कर रही है।
किसान महापंचायत का आयोजन करेगी आप
इसी क्रम में आम आदमी पार्टी मेरठ में 28 फरवरी को एक विशाल किसान महापंचायत का आयोजन कर रही है, जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल शिरकत करेंगे। किसानों से बातचीत करेंगे। इस किसान महापंचायत में उत्तर प्रदेश के कोने-कोने से भारी संख्या में किसान पहुंचेंगे। ये जानकारी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने दी।
उन्होंने बताया कि मेरठ में होने वाली आप की किसान महापंचायत एक ऐतिहासिक महापंचायत होगी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों सहित पूरे उत्तर प्रदेश के किसानों ने इस महापंचायत का स्वागत किया है और अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने का मन बनाया है।
महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश के प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह सहित प्रदेश इकाई का शीर्ष नेतृत्व ने किसानों एवं खाप पंचायत के लोगों से संपर्क कर महापंचायत में आने का न्योता दे रहा है, जिसे सहर्ष किसानों ने स्वीकार किया और महापंचायत में आने का भरोसा दिया है।
महेंद्र सिंह ने कहा कि किसानों की लड़ाई अब सिर्फ किसानों तक सीमित नहीं रह गई है. यह देश के आम आदमी, गरीब, मध्यमवर्ग की लड़ाई बन चुकी हैं. अगर यह तीनों काले कानून वापस नहीं हुए तो देश में महंगाई, कालाबाजारी और जमाखोरी बहुत तेजी से बढ़ेगी जिससे आम आदमी का जीवन में कठिनाइयां दुश्वारियां पैदा होगी.
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उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में 200 से ज्यादा किसान अपनी जान गवां चुके है इसके बावजूद केंद्र की बहरी सरकार इन काले कानूनों को वापस नहीं ले रही है अपने पूंजीपति मित्रों की खातिर देश की जनता को गर्त में झोंक देना चाहती है किसानों और आम आदमी ने केंद्र सरकार के नापाक मंसूबों को अच्छी तरीके से समझ लिया है गरीब, किसान, आम आदमी इन काले कानूनों को वापस कराने तक हर लड़ाई को लड़ने के लिए तैयार हो गया है आम आदमी पार्टी पूरी तरीके से आम आदमी और किसानों के साथ खड़ी हुई है ।