लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले हमें डाटा स्टोरेज के लिए विदेशी कंपनियों का सहारा लेना पड़ता था। अब उत्तर प्रदेश में ही डाटा सेंटर की स्थापना होने जा रही है। इससे डाटा चोरी पर लगाम लग सकेगी। इन्वेस्टर समिट का ही नतीजा है कि आज देश और दुनिया का निवेशक उत्तर प्रदेश में निवेश करना चाहता है। जब पूरी दुनिया त्रासदी से पीड़ित थी, तब उत्तर प्रदेश में ₹7,000 करोड़ का निवेश आया।
यह भी पढ़ें: टूलकिट के बाद मोदी सरकार ने सोशल मीडिया पर कसी नकेल, जारी किये नए नियम
यह बातें उन्होंने आज विधान परिषद में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में इंटरस्टेट कनेक्टिविटी को बेहतर किया गया है। यह इन्फ्रास्ट्रक्चर के सुधार के लिए काम हुआ है। इससे निवेश की संभावनाएं बढ़ी हैं। 2018 में हमने प्रदेश में ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ (ओडीओपी) की अभिनव योजना लागू की। आज यह देश में लोकप्रिय योजना बन चुकी है। केंद्रीय बजट में इसे भी स्थान मिला है। उन्होंने कहा कि ओडीओपी के कारण उत्तर प्रदेश का एक्सपोर्ट 32 फीसदी पर पहुंच गया। जब बड़े बड़े उद्योग बंद हो गए, तब सबसे पहले एमएसएमई और ओडीओपी के लोग मेरे पास एक्सपोर्ट के लिए आए। इसके लिए हमने भारत सरकार से बात की।
उन्होंने कहा कि हम एक्सप्रेस वे, नेशनल हाइवे का जाल बिछा रहे हैं। एयर कनेक्टिविटी पर युद्ध स्तर पर काम हो रहा है। राज्यों और देश की सीमाओं को जोड़ने वाली बदहाल सड़कों का कायाकल्प हो चुका है। बुनियादी संरचना मजबूत और बेहतर होने के साथ रोजगार के अवसर और बढ़ेंगे। यह हो भी रहा है। इन्वेस्टर्स समिट के बाद देश-दुनिया से निवेश आने का क्रम कोरोना काल में भी जारी रहा। 10 दिन पहले ही आइकिया ने निवेश किया है। यह खुद में बेहतर कानून-व्यवस्था और हमारी निवेश फ्रेंडली नीतियों का सबूत है।
सुरक्षा और निवेश की गारंटी राज्य सरकार दे रही : योगी
उन्होंने कहा कि डिफेंस कारिडोर में हमने छह नोड बनाए हैं और तेजी के साथ निवेश आ रहा है। हर सेक्टर में निवेश की संभावनाएं आगे बढ़ रही हैं और इसीलिए क्योंकि हर निवेशक को मालूम है कि उत्तर प्रदेश में हमारा निवेश सुरक्षित होगा। नीतियों के तहत होगा, पिक एंड चूज नहीं। नीति के तहत निवेश भी करेगा। सुरक्षा और निवेश की गारंटी राज्य सरकार दे रही है। बदले में यहां रोजगार की संभावना और विकास की नई प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहे हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के कार्य हो रहे हैं।
एयर कनेक्टिविटी के तहत पहले की तुलना में कई गुना लाभ मिला लाभ
इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एक्सप्रेस वे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे 80 फीसदी कार्य पूरा कर चुके हैं। बुंदेलखंड, गंगा एक्सप्रेसवे प्रदेश की ईकोनॉमी को एक नई ऊंचाई दे रहे हैं। आज एयर कनेक्टिविटी में प्रयागराज, गोरखपुर, आगरा, कानपुर हिंडन भी जुड़ चुका है। सात एयरपोर्ट काम कर रहे हैं और आठवां बरेली शुरु हो रहा है। कुशीनगर को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की सुविधा देंगे। यूपी दो एयरपोर्ट तक सीमित हो चुका था। एयर कनेक्टिविटी के तहत पहले की तुलना में कई गुना लाभ लोगों को मिल रहा है।