नई दिल्ली। नव वर्ष 2026 की शुरुआत ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद शुभ मानी जा रही है। साल के पहले ही दिन कई खास संयोग बन रहे हैं, जिससे 1 जनवरी का महत्व और बढ़ गया है। नए साल का आगाज गुरु प्रदोष व्रत के साथ होगा, वहीं इसी दिन रोहिणी व्रत भी रखा जाएगा। खास बात यह है कि धनु राशि में चार ग्रहों की युति से चतुर्ग्रही योग बन रहा है। इसके अलावा साल के दूसरे दिन गुरु और चंद्रमा के संयोग से गजकेसरी योग का निर्माण होगा। ऐसे में आइए जानते हैं 1 जनवरी 2026 का पूरा पंचांग, शुभ मुहूर्त और राहुकाल।
1 जनवरी 2026 का पंचांग
- तिथि: त्रयोदशी – रात 10:22 बजे तक
- चंद्रमास: पौष
- पक्ष: शुक्ल
- विक्रम संवत: 2082 (कालयुक्त)
- योग: शुभ – शाम 5:12 बजे तक, इसके बाद शुक्ल
- नक्षत्र: रोहिणी – रात 10:48 बजे तक, इसके बाद मृगशिरा
- सूर्योदय: सुबह 7:14 बजे
- सूर्यास्त: शाम 5:35 बजे
1 जनवरी 2026 के व्रत और त्योहार
नव वर्ष के पहले दिन गुरु प्रदोष व्रत और रोहिणी व्रत मनाया जाएगा। गुरु प्रदोष व्रत का मुहूर्त शाम 5:35 बजे से रात 8:19 बजे तक रहेगा।
1 जनवरी 2026 शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 5:25 से 6:19 बजे तक
- प्रातः संध्या: सुबह 5:52 से 7:14 बजे तक
- अभिजित मुहूर्त: दोपहर 12:04 से 12:45 बजे तक
- विजय मुहूर्त: दोपहर 2:08 से 2:50 बजे तक
- गोधूलि मुहूर्त: शाम 5:33 से 6:00 बजे तक
- सायाह्न संध्या: शाम 5:35 से 6:57 बजे तक
- अमृत काल: रात 7:57 से 9:23 बजे तक
- निशिता मुहूर्त: रात 11:58 से 12:52 बजे तक (2 जनवरी)
- रवि योग: रात 10:48 से 2 जनवरी सुबह 7:14 बजे तक
1 जनवरी 2026 राहुकाल और अशुभ समय
- राहुकाल: दोपहर 1:42 से 3:00 बजे तक
- यमगण्ड: सुबह 7:14 से 8:32 बजे तक
- गुलिक काल: सुबह 9:49 से 11:07 बजे तक
- दुर्मुहूर्त: सुबह 10:41 से 11:23 बजे तक
- वर्ज्य: दोपहर 3:42 से शाम 5:07 बजे तक
- विडाल योग: सुबह 7:14 से रात 10:48 बजे तक
- आडल योग: रात 10:48 से 2 जनवरी सुबह 7:14 बजे तक
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