न्यूयार्क: अमेरिका में काम करने का सपना देख रहे भारतीय प्रोफेशनल्स के लिए एक अहम और चिंताजनक खबर सामने आई है। अमेरिकी सरकार ने H-1B और H-4 वीजा नियमों में बड़ा बदलाव करते हुए अब आवेदकों की सोशल मीडिया और ऑनलाइन गतिविधियों की कड़ी जांच शुरू कर दी है। यह नया नियम 15 दिसंबर से दुनियाभर में लागू हो चुका है, जिसका सबसे ज्यादा असर भारतीय आईटी और हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स पर पड़ रहा है।
अमेरिकी दूतावास के मुताबिक, बढ़ी हुई जांच के कारण वीजा प्रोसेसिंग में अब कई-कई महीनों की देरी हो सकती है। इसका सीधा असर उन लोगों पर पड़ रहा है, जो वीजा रिन्यूअल के लिए भारत आए थे और अब अमेरिका लौटने का इंतजार कर रहे हैं। देरी के चलते न सिर्फ उनकी नौकरियां, बल्कि अमेरिका में चल रहे लोन, घर की EMI और पारिवारिक जिम्मेदारियां भी संकट में पड़ सकती हैं।
सोशल मीडिया प्रोफाइल अब बनेगी वीजा की कसौटी
भारत स्थित अमेरिकी दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि विदेश विभाग ने वीजा स्क्रीनिंग प्रक्रिया के तहत ‘ऑनलाइन प्रेजेंस रिव्यू’ को और व्यापक कर दिया है। अब H-1B और H-4 वीजा आवेदकों के फेसबुक, X (ट्विटर), इंस्टाग्राम और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर की गई गतिविधियों की बारीकी से जांच की जाएगी। यह नियम किसी एक देश तक सीमित नहीं है, बल्कि सभी राष्ट्रीयताओं के लिए अनिवार्य किया गया है।
वीजा रिन्यूअल कराने आए हजारों भारतीय फंसे
नई व्यवस्था का सबसे ज्यादा असर उन भारतीय प्रोफेशनल्स पर पड़ा है, जो दिसंबर में भारत आकर अपने वर्क वीजा का नवीनीकरण कराने पहुंचे थे। कई आवेदकों के इंटरव्यू अचानक रद्द कर दिए गए हैं, जबकि कुछ को मार्च, अप्रैल और मई तक की नई तारीखें दी गई हैं। वैध वीजा न होने के कारण वे अमेरिका वापस नहीं जा पा रहे, जिससे उनकी नौकरी और आर्थिक भविष्य को लेकर चिंता बढ़ गई है।
क्यों सख्त हुए अमेरिका के वीजा नियम?
अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि इस सख्ती का मकसद H-1B वीजा प्रोग्राम के दुरुपयोग को रोकना और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करना है। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के दौरान वीजा जांच को और कठोर बनाने की नीति अपनाई गई थी, जिसे अब और प्रभावी रूप से लागू किया जा रहा है। दूतावास ने साफ शब्दों में कहा है कि अमेरिकी वीजा कोई अधिकार नहीं, बल्कि एक विशेषाधिकार है, और वीजा मिलने के बाद भी सुरक्षा एजेंसियां लगातार निगरानी रख सकती हैं।
आवेदकों के लिए जरूरी सलाह
भारतीय नागरिक H-1B वीजा धारकों की सबसे बड़ी संख्या में शामिल हैं और अमेरिकी टेक कंपनियों व अस्पतालों की अहम कड़ी माने जाते हैं। मौजूदा हालात को देखते हुए दूतावास ने सलाह दी है कि यात्रा से काफी पहले वीजा के लिए आवेदन करें। साथ ही, सोशल मीडिया अकाउंट्स की जानकारी सही और पूरी दें तथा अतिरिक्त प्रोसेसिंग टाइम के लिए पहले से तैयार रहें।
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