किस करवट सोना चाहिए, सोने की सही पोजीशन, आयुर्वेद में सोने की विधि, बाईं करवट सोने के फायदे, दाईं करवट सोने के फायदे, Sleeping position Ayurveda, Best sleeping position, Left side sleeping benefits, Right side sleeping benefits, Pregnancy sleeping position, Acid reflux sleeping position, Heart patient sleeping position

दाईं या बाईं करवट? आयुर्वेद बताता है किस पोजीशन में सोना है सबसे फायदेमंद, जानिए सेहत के बड़े राज

Health Tips: अच्छी सेहत के लिए भरपूर और गहरी नींद बेहद जरूरी है। रोजाना 7–8 घंटे की सुकून भरी नींद न सिर्फ शरीर को तरोताजा रखती है, बल्कि कई बीमारियों से भी बचाव करती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी सेहत इस बात पर भी निर्भर करती है कि आप किस करवट सोते हैं? आयुर्वेद में सोने की दिशा और करवट—दोनों को खास महत्व दिया गया है। सही पोजीशन में सोने से पाचन, दिल, रीढ़ और मानसिक स्वास्थ्य तक बेहतर रहता है। आइए जानते हैं आयुर्वेद के अनुसार किस करवट सोना सबसे ज्यादा फायदेमंद माना गया है।

किस करवट सोना माना जाता है बेहतर?

आयुर्वेद के अनुसार सामान्य व्यक्ति के लिए दाईं ओर करवट लेकर सोना शुभ और लाभकारी माना गया है। इससे पाचन क्रिया संतुलित रहती है और शरीर को आराम मिलता है। हालांकि, अगर आप नींद खुलने पर बाईं करवट ले लेते हैं तो यह भी नुकसानदायक नहीं है। सही गद्दे और तकिए का इस्तेमाल रीढ़ की हड्डी को मजबूत रखने में मदद करता है।

बाईं करवट सोने के फायदे किन लोगों को मिलते हैं?

कुछ खास परिस्थितियों में बाईं करवट सोना ज्यादा लाभकारी माना जाता है। गर्भवती महिलाएं, सीने में जलन (एसिड रिफ्लक्स), कंधे में दर्द या कुछ मामलों में दिल से जुड़ी समस्या वाले लोगों को बाईं ओर सोने से राहत मिल सकती है।

गर्भावस्था में किस करवट सोना चाहिए?

आयुर्वेद और मेडिकल एक्सपर्ट्स दोनों गर्भावस्था के दौरान बाईं करवट सोने की सलाह देते हैं। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे को बेहतर रक्त प्रवाह मिलता है और उसके विकास में मदद होती है। खासतौर पर दूसरी और तीसरी तिमाही में पीठ के बल सोने से बचने की सलाह दी जाती है। कभी-कभार दाईं करवट सोना ठीक है, लेकिन बाईं ओर सोना ज्यादा सुरक्षित माना जाता है।

सीने में जलन हो तो कैसे सोएं?

जिन लोगों को एसिड रिफ्लक्स या सीने में जलन की समस्या रहती है, उन्हें सिरहाने को थोड़ा ऊंचा रखकर सोना चाहिए। कई शोधों में यह भी पाया गया है कि बाईं करवट सोने से एसिड रिफ्लक्स के लक्षण कम हो सकते हैं और पेट को राहत मिलती है।

हार्ट के मरीजों के लिए कौन-सी करवट सही?

हार्ट से जुड़ी बीमारी या हार्ट अटैक का इतिहास रखने वाले कुछ लोगों को बाईं करवट सोने पर सांस लेने में परेशानी हो सकती है। ऐसे मरीजों को दाईं ओर करवट लेकर सोने पर ज्यादा आराम मिलता है। इसलिए हृदय रोगियों के लिए दाईं करवट सोना अधिक उपयुक्त माना जाता है।