नई दिल्ली: मिले-जुले वैश्विक संकेतों के बीच बुधवार, 17 दिसंबर को भारतीय शेयर बाजार ने संभली हुई शुरुआत की। शुरुआती कारोबार में न तो निवेशकों में खास उत्साह दिखा और न ही किसी बड़ी बिकवाली का दबाव नजर आया। अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम, कच्चे तेल की कीमतों और अमेरिका से जुड़े संकेतों का असर बाजार की चाल पर साफ दिखाई दिया।
कारोबार के शुरुआती दौर में सेंसेक्स करीब 140 अंकों की बढ़त के साथ 84,821 के स्तर पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 51 अंकों की मजबूती के साथ 25,914 के आसपास कारोबार करता नजर आया। हालांकि, तेजी सीमित रही और पूरे सत्र में बाजार में सुस्ती का माहौल बना रहा। निफ्टी का 25,850–25,900 के ऊपर टिके रहना फिलहाल निवेशकों के लिए राहत की बात मानी जा रही है।
ट्रंप के बयान से मिला सहारा
आज के कारोबार में भारत को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान चर्चा में रहा। ट्रंप ने भारत को अमेरिका का अहम साझेदार बताया, जिससे बाजार को भावनात्मक समर्थन मिला। हालांकि, गिफ्ट निफ्टी लगभग सपाट रहा और एशियाई बाजारों से भी कोई ठोस संकेत नहीं मिले। अमेरिका में कमजोर जॉब डेटा के चलते डाओ जोंस करीब 300 अंक फिसल गया, जबकि टेस्ला में तेजी के कारण नैस्डैक में हल्की बढ़त दर्ज की गई।
कमोडिटी बाजार का हाल
कमोडिटी बाजार में रूस-यूक्रेन के बीच संभावित शांति समझौते की खबरों से कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट देखी गई। ब्रेंट क्रूड 59 डॉलर प्रति बैरल से नीचे फिसल गया, जो करीब पांच साल का निचला स्तर बताया जा रहा है। वहीं सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने में मजबूती रही और कॉमेक्स गोल्ड 4,350 डॉलर के आसपास कारोबार करता दिखा।
IPO में बना उत्साह
प्राइमरी मार्केट में निवेशकों की दिलचस्पी बरकरार है। नेफ्रोकेयर हेल्थ सर्विसेज और पार्क मेडी वर्ल्ड के आईपीओ को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। खासकर क्यूआईबी (QIB) और एनआईआई (NII) श्रेणी में भारी सब्सक्रिप्शन देखने को मिला, जिसे बाजार के लिए सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।
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