भारत और चीन के बीच एलएसी पर भारी तनाव की स्थिति बनी हुई है। इसी तनाव की स्थिति के बीच भारत ने बंगाल की खाड़ी में अपनी शक्ति दिखाई, जिसे देखकर दुश्मन थर्रा उठा। दरअसल, भारतीय नौसेना ने अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ मिलकर युद्धाभ्यास किया। चारों देशों ने साथ मिलकर यह युद्धाभ्यास बंगाल की खाड़ी में किया। बताया जा रहा है कि बंगाल की खाड़ी में हुआ यह युद्धाभ्यास मालावार एक्सरसाइज का पहला चरण है।
भारतीय नौसेना ने बंगाल की खाड़ी में दिखाई अपनी ताकत
इस युद्धाभ्यास की मदद से भारतीय नौसेना ने दुनिया के सामने अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया। इस बार भारतीय नौसेना के पाँच युद्धपोत, एक सबमरीन ने संयुक्त युद्धाभ्यास में भाग लिया है। माना जा रहा है कि यह युद्धाभ्यास चीन को चेतावनी देने के लिए किया गया है।
युद्धाभ्यास में जापान, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और भारत चारों देशों के जंगी जहाजों ने अपने युद्ध नीतियों के कौशल का प्रदर्शन किया। चारों देश ऐसे समय में युद्धाभ्यास कर रहे हैं जब चीन हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अपनी विस्तारवादी नीति को विस्तार देने में लगा है।यहं युद्धाभ्यास 3 नवंबर को शुरू हुआ था।
नौसेनाओं के युद्धाभ्यास कोविड-19 प्रोटोकॉल्स के अन्तर्गत किये गए। कोरोना वायरस महामारी के कारण पूरी एक्सरसाइज को नॉन-कॉन्टेक्ट-एट-सी फॉर्मेट के तहत किया गया। चारो देशों ने एक्सरसाइज के दौरान अपने जंगी बेड़ों से युद्ध की परिस्थितियां बनाकर युद्धाभ्यास किया। नौसेनाओं ने दूर से अपनी युद्ध नीतियों का प्रदर्शन किया।
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मालाबार एक्सरसाइज के पहले अभ्यास में सबमरीन सिंधु, वॉरशिप शिवालिक, डिस्ट्रॉयर रणविजय, ऑफशोर पेट्रोल शिप सुकन्या, और फ्लीप सपोर्ट शिप आईएनएस ने हिस्सा लिया था। यह पहली बार है कि चार देशों की नौसेनाओं ने एक साथ किसी युद्धाभ्यास में भाग लिया है।
अमेरिका की ओर से नौसेना की मिसाइल डिस्ट्रायर शिप जॉन-एस-मैक्केन ने तो ऑस्ट्रेलिया की लंबी रेंज की वॉरशिप बैलारात और एमएच-60 हेलीकॉप्टर्स ने बंगाल की खाड़ी में अपने हुनर का प्रदर्शन किया। वहीं जापान की मैरिटाइम सेल्फ डिफेंस ने भी मालाबार एक्सरसाइज में अपने शक्ति को दर्शाया।