फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन शनिवार सुबह उज्जैन पहुंचे और यहां उन्होंने पत्नी के साथ महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर भगवान महाकाल के दर्शन किए। पूजा-अर्चन की। इसके बाद उन्होंने क्षिप्रा के रामघाट का भ्रमण किया और प्राचीन शनि मंदिर में भगवान शनिदेव के भी दर्शन किए।
इमैनुएल लेनिन पत्नी के साथ निजी दौरे पर इंदौर पहुंचे
फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन पत्नी के साथ शुक्रवार देर रात निजी दौरे पर इंदौर पहुंचे थे। शनिवार सुबह वे उज्जैन पहुंचे। कोरोना के चलते महाकाल मंदिर का गर्भगृह बंद है.
मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश बंद होने से इमैनुअल लेनिन ने नंदी हॉल से ही दर्शन किया। इस दौरान मंदिर के पुजारी रमण त्रिवेदी ने पूजा- अर्चना करवाई। बाद में वे शनि मंदिर और शिप्रा नदी के तट पर भी पहुंचे। महाकाल में लेनिन के पहुंचने की जानकारी केवल पुलिस और प्रशासन के पास ही थी। दुनिया के कई मुस्लिम देशों में फ्रांस के खिलाफ चल रहे विरोध को देखते हुए फ्रांस के राजदूत के महाकाल मंदिर पहुंचने से पहले ही सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई थी।
इस दौरान कोरोना गाइड लाइन का पूरी तरह से पालन किया गया। महाकाल मंदिर के शासकीय पुजारी रमण त्रिवेदी ने विधि-विधान से पूजा-अर्चना संपन्न करवाई।
महाकाल प्रबंध समिति द्वारा फ्रांस के राजदूत को उपहार स्वरूप बाबा महाकाल की तस्वीर भेंट की गई। भगवान महाकाल के दर्शन के करने बाद इमैनुएल लेनिन और उनकी पत्नी शिप्रा नदी स्थित रामघाट पहुंचे और यहां से इंदौर रोड स्थित प्राचीन शनि मंदिर पहुंचकर भगवान शनिदेव के दर्शन किए और वापस इंदौर के लिए रवाना हो गए।
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महाकाल मंदिर के दर्शन से कट जाते है सारे पाप
देश के अलग-अलग भागों में स्थित भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से सबसे खास है श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग। इन्हें द्वादश ज्योतिर्लिंग में से एक कहा गया है। इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन, पूजन, आराधना से भक्तों के जन्म-जन्मांतर के सारे पाप समाप्त हो जाते हैं। वे भगवान शिव की कृपा के पात्र बनते हैं। यह परम पवित्र ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश के उज्जैन नगर में है।