राजनाथ सिंह के औरंगजेब के महिमामंडन को बताया मुस्लिमों का अपमान, किया जवाहर लाल नेहरु का जिक्र

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को एक बार फिर शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप और औरंगजेब के नाम की चर्चा कर सियासी गलियारों की हलचल बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी महाराज राष्ट्रीय नायक हैं, न कि मुगल सम्राट औरंगजेब। उन्होंने यह बयान महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में मेवाड़ शासक की आदमकद प्रतिमा का अनावरण करने के बाद एक समारोह को संबोधित करते हुए दिया। उन्होंने कहा कि जो लोग औरंगजेब या बाबर का महिमामंडन करते हैं, वे देश के मुसलमानों का अपमान करते हैं।

राजनाथ सिंह ने कहा- औरंगजेब नायक नहीं हो सकता

राजनाथ सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप साहस और देशभक्ति के प्रतीक थे. छत्रपति शिवाजी महाराज ने विशेष रूप से गुरिल्ला युद्ध रणनीति के लिए महाराणा प्रताप से प्रेरणा ली थी। उन्होंने दावा किया कि स्वतंत्रता के बाद वामपंथी विचारधारा वाले इतिहासकारों ने राणा प्रताप और शिवाजी महाराज को उचित श्रेय नहीं दिया, बल्कि औरंगजेब की प्रशंसा की।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जो लोग यह मानते हैं कि औरंगजेब एक नायक था, उन्हें पंडित जवाहरलाल नेहरू को पढ़ना चाहिए, जिन्होंने लिखा था कि मुगल सम्राट एक कट्टर और क्रूर शासक था। उन्होंने आगे कहा कि ऐसा व्यक्ति नायक नहीं हो सकता।

राजनाथ सिंह ने कहा कि दारा शिकोह ने उपनिषदों का अनुवाद किया था और औरंगजेब ने उनकी हत्या कर दी। दारा शिकोह सभी धर्मों का सम्मान करते थे। उन्होंने आगे कहा कि महाराणा प्रताप ने अपने स्वाभिमान की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी और मुगल सम्राट अकबर के प्रभुत्व को चुनौती दी।

ऐतिहासिक अन्याय को दूर करना हमारा नैतिक कर्तव्य

रक्षा मंत्री ने कहा कि अपनी अनुकरणीय बहादुरी के अलावा, महाराणा प्रताप ने समाज के सभी वर्गों को एकजुट किया, आदिवासी और मुसलमान उनकी सेना का हिस्सा थे। हकीम खान सूरी ने मुगलों के खिलाफ लड़ते हुए हल्दीघाटी की लड़ाई में अपने प्राणों की आहुति दी। मदारी नामक एक मुस्लिम युवक शिवाजी महाराज का अंगरक्षक था। भाजपा नेता ने कहा कि राणा प्रताप और शिवाजी महाराज दोनों ही मुस्लिम विरोधी नहीं थे।

राजनाथ सिंह ने कहा कि यह हमारा नैतिक कर्तव्य है कि हम ऐतिहासिक अन्याय को दूर करें और देश के युवाओं को बताएं कि महाराणा प्रताप और शिवाजी महाराज केवल इतिहास की किताबों तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि प्रेरणा के जीवित स्रोत हैं। उन्होंने यह भी पूछा कि औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर और दिल्ली में औरंगजेब रोड का नाम बदलकर एपीजे अब्दुल कलाम रोड करने में क्या गलत है।

भाजपा के लिए सभी भारतीय समान

राजनाथ ने कहा कि बाबर, तैमूर, औरंगजेब, गौरी और गजनवी का महिमामंडन करने से किसी को भी मुस्लिम वोट नहीं मिलेगा। जो लोग इन लोगों की प्रशंसा करते हैं, वे भारतीय मुसलमानों का अपमान करते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए सभी भारतीय समान हैं और वह किसी के साथ भेदभाव नहीं करती। उन्होंने कहा कि हमने यह बात अपने पूर्वजों से सीखी है।

औरंगजेब (1618-1707) हाल ही में महाराष्ट्र की राजनीति में एक मुद्दा बन गया जब कुछ दक्षिणपंथी नेताओं ने मांग की कि छत्रपति संभाजीनगर के कुल्दाबाद में स्थित उसकी कब्र को हटा दिया जाए।