उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के विशेश्वरगंज क्षेत्र में बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार एक व्यक्ति को स्थानीय लोगों ने कथित तौर पर बैलगाड़ी से बांध दिया, उसके साथ मारपीट की और उसे निर्वस्त्र करके घुमाया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित होने के बाद पुलिस ने शुक्रवार को मामला दर्ज किया।
बलात्कार के आरोपी को नंगा करके बैलगाड़ी से बांधा
वीडियो में 22 वर्षीय युवक को दिखाया गया है, जिसके शरीर के निचले हिस्से को नंगा करके उसे एक बैलगाड़ी से बांध दिया गया है।
पृष्ठभूमि में कई पुरुषों और महिलाओं को बोलते हुए सुना जा सकता है, जिनमें से कुछ को कुत्ते को उस पर हमला करने के लिए उकसाते हुए तथा अन्य को उसे पीटने के लिए प्रोत्साहित करते हुए सुना जा सकता है।
एक आवाज़ यह कहते हुए सुनी जा सकती है, छोड़ दो, अगर वह मर गया तो क्या होगा? वीडियो के व्यापक रूप से प्रसारित होने के बाद, पीड़ित के परिवार ने स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने दी जानकारी
पुलिस उपाधीक्षक रमेश पांडे ने शुक्रवार को बताया कि एक महिला की लिखित शिकायत के आधार पर भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मारपीट और नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है।
पांडे ने बताया कि शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि उसके देवर को 3 अप्रैल को एक गांव के पास रस्सियों से बांधकर पीटा गया। उन्होंने कहा कि परिवार ने उसके इलाज की व्यवस्था की और बाद में 17 अप्रैल को उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो देखा। उन्होंने इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
विशेश्वरगंज एसएचओ ज्ञान सिंह ने बताया कि हालांकि यह घटना दो अलग-अलग समुदायों के लोगों से जुड़ी है, लेकिन सांप्रदायिक तनाव का कोई सबूत नहीं है। हालांकि, एहतियात के तौर पर गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है।
यह भी पढ़ें: नाबालिग पत्नी ने प्रेमी को किया वीडियो कॉल, कहा- काम हो गया है…
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) रामानंद प्रसाद कुशवाहा ने बताया कि उसी गांव की दूसरे समुदाय की एक महिला द्वारा दर्ज कराए गए बलात्कार के मामले में उस व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
अप्रैल की शुरुआत में घटी थी घटना
कथित घटना अप्रैल की शुरुआत में हुई थी, लेकिन शिकायत कई दिनों बाद दर्ज की गई। एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही वह फरार था। कुशवाहा ने कहा कि वीडियो वायरल होने से पहले हमले की सूचना पुलिस को नहीं दी गई थी। उन्होंने कहा कि हमले के संबंध में अब एक अलग मामला दर्ज किया गया है तथा बलात्कार मामले और भीड़ हिंसा मामले दोनों में जांच चल रही है।”