जलगांव (महाराष्ट्र)।जलगांव ट्रेन दुर्घटना स्थल में पटरियों के किनारे एक क्षत विक्षत शव बरामद होने के साथ ही इस दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि शव का सिर्फ धड़ बरामद हुआ है। दुर्घटना उत्तरी महाराष्ट्र के जलगांव जिले में बुधवार शाम हुई।
मुंबई जा रही पुष्पक एक्सप्रेस में चेन खींचने की घटना के बाद कुछ यात्री ट्रेन से नीचे उतरे थे और वह विपरीत दिशा से आ रही दूसरी ट्रेन की चपेट में आ गए। विशेष पुलिस महानिरीक्षक दत्तात्रेय कराले ने बताया, हमने अब तक 13 में से आठ शवों की पहचान कर ली है, जिनमें से दो की पहचान उनके आधार कार्ड से हुई है। जलगांव जिला सूचना अधिकारी युवराज पाटिल ने बताया कि जिन आठ मृतकों की पहचान हुई है उनमें से चार नेपाल से थे. उन्होंने बताया कि घटना में घायल हुए 15 लोगों में से 10 का फिलहाल इलाज हो रहा है।
इनमें से नौ का पचोरा सिविल अस्पताल में और एक का जलगांव शहर के एक अस्पताल में इलाज हो रहा है, जबकि मामूली रूप से घायल अन्य लोगों को छुट्टी दे दी गई है। इस बीच, रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि लखनऊ-मुंबई पुष्पक एक्सप्रेस बृहस्पतिवार देर रात करीब एक बजकर 20 मिनट पर महाराष्ट्र की राजधानी में अपने अंतिम गंतव्य छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) पर पहुंची। उन्होंने बताया कि मध्य रेलवे के महाप्रबंधक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी रात में मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने उन अस्पतालों का भी दौरा किया जहां घायलों को इलाज के लिए ले जाया गया था।
अधिकारियों ने पहले बताया था कि हादसा बुधवार शाम को हुआ जब पुष्पक एक्सप्रेस में सवार यात्री ट्रेन में आग लगने के डर से जल्दबाजी में बगल की पटरियों पर कूद गए और सामने से आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। मध्य रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि यह दुर्घटना उत्तर महाराष्ट्र के जलगांव जिले के पचोरा कस्बे के पास माहेजी और परधाड़े स्टेशनों के बीच उस समय हुई जब बुधवार शाम करीब चार बजकर 45 मिनट पर किसी ने चेन खींच दी जिसके बाद पुष्पक एक्सप्रेस रुक गई।
रेलवे बोर्ड के सूचना एवं प्रचार विभाग के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने हालांकि इस बात से इनकार किया कि कोच के अंदर किसी चिंगारी या आग के कारण यात्रियों ने अलार्म बजाया था।स्विटजरलैंड के दावोस से एक वीडियो संदेश में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को कहा, ट्रेन में सवार कुछ यात्रियों को गलती से लगा कि ट्रेन से धुआं निकल रहा है और वे कूद गए। दुर्भाज्ञ से, वे दूसरी ट्रेन की चपेट में आ गए। मुख्यमंत्री ने हादसे में मारे गए यात्रियों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। रेलवे बोर्ड ने अलग से मृतकों के परिजनों को 1.5-1.5 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये तथा मामूली रूप से घायलों को पांच-पांच हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।