कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेताओं ने मंगलवार को नई दिल्ली में शक्ति स्थल पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि देकर उनकी जयंती के मौके पर उन्हें याद किया। इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि देने वाले कांग्रेस नेताओं में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का नाम शामिल है। इन दिनों नेताओं ने सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट एक्स पर पोस्ट कर इंदिरा गांधी को याद किया।
राहुल गांधी ने एक्स पर किया पोस्ट
राहुल गांधी ने एक्स पर अपनी दादी के साथ बचपन की तस्वीरें पोस्ट करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। साथ ही उन्होंने एक संदेश भी पोस्ट किया जिसमें उनके जीवन पर उनके प्रभाव को दर्शाया गया है। उन्होंने लिखा कि दादी साहस और प्रेम दोनों की मिसाल थीं। उनसे ही मैंने सीखा है कि असली ताकत निडर होकर राष्ट्रहित के मार्ग पर चलना है। उनकी यादें ही मेरी ताकत हैं, जो मुझे हमेशा रास्ता दिखाती हैं।
दादी हिम्मत और मोहब्बत दोनों की मिसाल थीं। उन्हीं से मैंने सीखा है कि निडर होकर देशहित के रास्ते पर चलते रहना असली ताकत है। उनकी यादें मेरी शक्ति हैं, जो हमेशा मुझे राह दिखाती हैं। pic.twitter.com/TfVSaoAcNi
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 19, 2024
ऑपरेशन ब्लूस्टार की वजह से हुई थी इंदिरा गांधी की हत्या
इंदिरा गांधी भारत की पहली और एकमात्र महिला प्रधानमंत्री थीं। उनका कार्यकाल दो बार 1966 से 1977 तक और 1980 से 1984 में उनकी हत्या तक चला, जिससे वह अपने पिता नेहरू के बाद दूसरी सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहीं।
अपने साहसिक नेतृत्व के लिए जानी जाने वाली इंदिरा गांधी ने बैंकों के राष्ट्रीयकरण और रियासतों के लिए प्रिवी पर्स के उन्मूलन सहित परिवर्तनकारी आर्थिक और सामाजिक सुधार पेश किए। 1971 में बांग्लादेश के निर्माण जैसे प्रमुख राष्ट्रीय सुरक्षा निर्णयों में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी।
हालांकि, ऑपरेशन ब्लूस्टार का आदेश देने के उनके फैसले के कारण 31 अक्टूबर 1984 को उनके सिख अंगरक्षकों द्वारा उनके अकबर रोड स्थित आवास पर उनकी हत्या कर दी गई। ऑपरेशन ब्लूस्टार में अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में सिख अलगाववादियों का सामना करने के लिए एक सैन्य कार्रवाई की गई थी।
कांग्रेस नेताओं ने ‘भारत की लौह महिला’ को किया याद
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें ‘भारत की लौह महिला’ बताया। एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने राष्ट्र के प्रति उनके आजीवन समर्पण को उजागर किया।
उन्होंने लिखा कि करोड़ों भारतीय ‘लौह महिला’ इंदिरा गांधी के जीवन से प्रेरणा लेते रहेंगे, क्योंकि वे आजीवन संघर्ष, साहस और गतिशील नेतृत्व की प्रतिमूर्ति थीं। उन्होंने भारत की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। उनकी जयंती पर हमारी विनम्र श्रद्धांजलि।
“We have believed – and we do believe now – that freedom is indivisible, that peace is indivisible, that economic prosperity is indivisible.”
~ Indira Gandhi
Crores of Indians shall continue to draw inspiration from the life of ‘Iron Lady of India’, Smt. Indira Gandhi for she… pic.twitter.com/VBcfTPcEwW
— Mallikarjun Kharge (@kharge) November 19, 2024
जयराम रमेश ने भी किया पोस्ट
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इंदिरा गांधी को एक असाधारण महिला कहा, जिन्होंने न केवल इतिहास को जिया, बल्कि उसे आकार भी दिया। उन्होंने अपने दादा की सलाह का बार-बार उल्लेख करते हुए याद किया: कुछ लोग काम करते हैं, और कुछ लोग श्रेय लेते हैं; पहले समूह में रहने की कोशिश करें क्योंकि वहां प्रतिस्पर्धा बहुत कम है।
रमेश ने उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि आज उस सशक्त महिला की 107वीं जयंती है, जिनका न सिर्फ जन्म इतिहास था बल्कि जिन्होंने कई तरीक़ों से इतिहास को आकार भी दिया। वह अक्सर अपने दादाजी से मिली सलाह को कोट किया करती थीं – कुछ लोग हैं जो काम करते हैं और कुछ वे हैं जो श्रेय लेते हैं; पहले ग्रुप में रहने का प्रयास करें क्योंकि वहां कंपीटिशन बहुत कम है! उन्होंने बिना थके, बिना रुके लेकिन बिना किसी आडंबर से भरे बड़े-बड़े दावे के काम किया।
आज उस सशक्त महिला की 107वीं जयंती है, जिनका न सिर्फ जन्म इतिहास था बल्कि जिन्होंने कई तरीक़ों से इतिहास को आकार भी दिया। वह अक्सर अपने दादाजी से मिली सलाह को कोट किया करती थीं – कुछ लोग हैं जो काम करते हैं और कुछ वे हैं जो श्रेय लेते हैं; पहले ग्रुप में रहने का प्रयास करें… pic.twitter.com/gjE9VCpg2E
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) November 19, 2024
इंदिरा गांधी ने भारतीय साइंस और टेक्नोलॉजी को विशेष रूप से कृषि, अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा और रक्षा में नई गति दी। सार्वजनिक क्षेत्र की जिन बड़ी कंपनियों और संस्थाओं ने देश को गौरवान्वित किया है, उनमें उनके नेतृत्व का बहुमूल्य योगदान रहा है।
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आज जब राजधानी का दम घुट रहा है तब हम इंदिरा गांधी को याद करते हैं, जो एक बहुत बड़ी पर्यावरण प्रेमी थीं और जिन्होंने पर्यावरण और हमारी प्राकृतिक विरासत की रक्षा के लिए कानूनों और संस्थानों को आकार दिया था। हालांकि दुख की बात है कि पिछले कुछ वर्षों से इन पर सुनियोजित ढंग से हमले हुए हैं। आर्थिक विकास को आगे बढ़ाते हुए पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने का पक्ष लेकर उन्होंने अपनी बात साबित की।