अयोध्या। अयोध्या के दीपोत्सव की तैयारियां तेज हो गई हैं। जानकारी के मुताबिक इस बार 28 घाटों पर दीपोत्सव कराने की योजना बनाई गई है। राम की नगरी अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारियां शुरू हो गई है। अवध यूनिवर्सिटी को साढ़े पांच लाख दीप जलाने की जिम्मेदारी दी गई है।
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28 घाट दीयों से होंगे रोशन
यूनिवर्सिटी के दीपोत्सव कार्यक्रम से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि 6 लाख दीयों की सप्लाई के लिए टेंडर निकाल दिया गया है। ई-टेंडर के जरिए इसकी सप्लाई ली जाएगी। 11 से 13 नवंबर तक आयोजित होने वाले दीपोत्सव में जलने वाले दीयों के स्थलों का चयन हो गया है। सरयू तट के कुल 24 बड़े घाटों और 4 छोटे घाटों को दीपोत्सव के लिए चयन किया गया है। यूनिवर्सिटी की टीम ने इन घाटों का गुरूवार को स्थलीय निरीक्षण किया। साथ ही कोविड की गाइडलाइंस का पालन करते हुए दीयों को सजाने में एक दूसरे के बीच की दूरी को भी तय किया गया। 28 घाटों पर 6 लाख दीप सजाए जाएंगे।
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जानकारी के मुताबिक दीपोत्सव की भव्यता बढ़ाने के लिए इस साल अवध यूनिवर्सिटी टीम चयनित घाटों पर राम कथा के प्रसंगों की आउट लाइन चित्रांकन कर उन पर दीप जलाने की व्यवस्था कर रहा है। इससे ड्रेान से फोटो खीचने पर राम कथा के दृश्य जलते दीप के रूप में दिख सके। राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में टाटा कंस्ट्रक्शन के इंजीनियर भी शामिल होने की सूचनाएं भी मिली हैं। कहा जा सकता है कि राम मंदिर निर्माण में टाटा कंस्ट्रक्शन भी शामिल हो सकता है। कल भी होगी बैठक।