लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज ‘पेड़ लगाओ पेड़ बचाओ अभियान’ का शुभारंभ किया। सीएम योगी ने लखनऊ के अकबरनगर में आयोजित कार्यक्रम में हरिशंकरी का पौधा लगाकर इसकी शुरूआत की है। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि एक पेड़ मां के नाम पीएम के आह्वान से प्रेरित होकर यूपी महाभियान चला रहा।
पावन अभियान के शुभारंभ पर सबका स्वागत और अभिनन्दन है। वहीं, सीएम ने कहा कि ”जहां पहले अकबरनगर पॉल्यूशन का माध्यम बना हुआ था, आज वहां भगवान श्रीराम के छोटे भाई लक्ष्मण के नाम पर ‘सौमित्र वन’ विकसित किया जा रहा है। सीएम के साथ राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा, महापौर सुषमा खर्कवाल और जिलाधिकारी सुर्यपाल गंगवार भी मौजूद।
अपने संबोधन के दौरान सीएम योगी ने कहा कि ”दुनिया के पर्यावरण विद ग्लोबल वार्मिंग को लेकर चिंतित है। यह संकट मनुष्य के स्वार्थ ने खड़ा किया है। जुलाई प्रथम सप्ताह में बाढ़ नही आती थी लेकिन इस बार आई। यह ग्लोबल वार्मिंग के दुष्प्रभाव हैं। इस मई और जून का महीना सबको याद रहेगा। इस बार टेम्परेचर 47 से 50 डिग्री रहा है। यह जल का संकट और सूखे का संकट भी खड़ा करेगा। इस संकट से निपटने की जिम्मेदारी भी मनुष्य की है। पीएम मोदी ने इसी भावना से एक पेड़ मां के नाम अभियान चलाया है। योगी ने कहा कि एक ही दिन में यूपी में 25 करोड़ की आबादी में मां के नाम पेड़ लगने जा रहे। अब तक 12 करोड़ पेड़ रोपे जा चुके है।
ग्लोबल वार्मिंग से बचाव के लिए वृक्षारोपण करेंः योगी
सीएम योगी ने जनता से अपील की कि ग्लोबल वार्मिंग से बचाव के लिए वृक्षारोपण करें। पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ। उन्होंने कहा कि पेड़ लगाना और बचाना भी है। आज 36.50 करोड़ वृक्षारोपण करेंगे। 2017 से अबतक 168 करोड़ वृक्षारोपण किया है। लगभग 75 से 80 प्रतिशत पेड़ सुरक्षित हैं। कार्बन उत्सर्जन से बचाव के लिए जिन किसानों ने काम किया, उन्हें कार्बन क्रेडिट के रूप में सम्मानित किया गया। यूपी को 200 करोड़ का कार्बन क्रेडिट भी मिला। यह किसानों के खाते में 200 करोड़ रुपए जाएंगे।
आज सौमित्र वन के नाम पर विकास हो रहा हैः सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ सबसे बड़ा महानगर और राजधानी भी है। हमने कल ही स्टेट कैपिटल रीजन को मंजूरी दी है। 2017 से पहले स्ट्रीट लाइट हैलोजन थी अब एलईडी हैं। 16 लाख स्ट्रीट लाइट को हमने एलईडी में बदल दिया। पर्यावरण और बिजली दोनों को बचाया। आज से 50 साल पहले नदी हुआ करती थी। भूमाफियाओं ने इसपर कब्जा कर नदी को खत्म किया। इसलिए सरकार में तय किया यहां नाइट सफारी बनाएंगे। सीएम ने कहा कि अब उस अवैध अतिक्रमण को हटाकर यहां पर सौमित्र वन बनाया जा रहा है। यहां के 2100 परिवारों को हटाकर उनका पुनर्वास कर दिया गया है। वहीं, भू माफियाओं के खिलाफ एफआईआर करवाई गई है।