- ईडी कार्यालयों को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) सुरक्षा मिलेगी
- तैनाती कोलकाता, रांची, रायपुर, जयपुर, जालंधर, कोच्चि और मुंबई में ईडी के कार्यालयों से शुरू होगी
- देश भर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के 40 शहरों में 21 जोनल और 18 सब-जोनल ऑफिस हैं
नई दिल्ली । देश भर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालयों को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) सुरक्षा मिलेगी। गृह मंत्रालय (एमएचए) ने संघीय एजेंसी की टीमों पर हमलों और इसकी तलाशी या जांच में बाधा की घटनाओं के बीच ईडी कार्यालयों में सीआईएसएफ कर्मियों की तैनाती को मंजूरी दे दी है।
फिलहाल देश भर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के 40 शहरों में 21 जोनल और 18 सब-जोनल ऑफिस हैं। दिल्ली में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम रोड स्थित इसके मुख्यालय को पहले से ही सीआईएसएफ की सुरक्षा मिली हुई है।
सीआईएसएफ की तैनाती कोलकाता, रांची, रायपुर, जयपुर, जालंधर, कोच्चि और मुंबई में ईडी के कार्यालयों से शुरू होगी। ईडी कार्यालयों में सीआईएसएफ की तैनाती का खर्च फिलहाल केंद्र द्वारा वहन किया जाएगा।
सीआईएसएफ विशेष कार्यालयों में खतरे के आकलन और आवश्यकताओं के अनुसार बलों को तैनात करेगी।
सीआईएसएफ एकमात्र केंद्रीय अर्धसैनिक बल है जिसे प्रतिष्ठानों की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी जाती है। आईएसएफ एयरपोर्ट, मेट्रो से लेकर कई बड़ी कंपनियों के ऑफिस की सुरक्षा करती है। इसके अलावा कई वीवीआईपी को भी सीआईएसएफ का कवर मिला हुआ है।
हाल के दिनों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीमों पर छापेमारी के दौरान हमलों के मामले बढ़े हैं। पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में छापे के दौरान ईडी और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की टीमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और सीआईएसएफ जैसे केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवानों के साथ जाती हैं।
जनवरी में पश्चिम बंगाल के संदेशखाली के सरबेरिया इलाके में ईडी अधिकारियों पर हमला किया गया था। यहां स्थानीय लोगों और स्थानीय टीएमसी नेता शेख शाहजहां के लोगों ने सीआरपीएफ जवानों की मौजूदगी में हमला कर दिया था। राशन घोटाले के सिलसिले में सरबेरिया समेत 18 जगहों पर छापेमारी कर रहे अधिकारियों को अपनी जान बचाकर भागना पड़ा था।
संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस के नेता रहे शाहजहां शेख के समर्थकों द्वारा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पर हमला किए जाने की घटना की जांच सीबीआई कर रही है। हाल ही में सीबीआई, बम निरोधक दस्ते, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी), केंद्रीय अर्धसैनिक बलों और पश्चिम बंगाल पुलिस की टीम ने उत्तर 24 परगना जिले में सुंदरबन के किनारे एक गांव में छापेमारी की। अभियान में भारी मात्रा में छोटे हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया जिसमें विदेश निर्मित पिस्तौल भी शामिल हैं।